उग्रवाद व आतंकवाद के खिलाफ झारखंड में बेहतर कर रही पुलिस, गृह मंत्रालय की बैठक में गिनाईं उपलब्धियां
Jharkhand. झारखंड पुलिस का प्रतिनिधित्व कर रहे विशेष शाखा के एडीजी अजय कुमार सिंह व झारखंड एटीएस की एसपी ए. विजयालक्ष्मी ने बैठक में राज्य पुलिस की उपलब्धियां गिनाईं।
रांची, राज्य ब्यूरो। नई दिल्ली में राज्यों के एटीएस/एसटीएफ प्रमुखों के सम्मेलन में झारखंड पुलिस ने उग्रवाद व आतंकवाद के खिलाफ झारखंड में चल रही कार्रवाई की जानकारी दी है। झारखंड पुलिस का प्रतिनिधित्व कर रहे विशेष शाखा के एडीजी अजय कुमार सिंह व झारखंड एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) की एसपी ए. विजयालक्ष्मी ने दो दिवसीय बैठक के पहले दिन राज्य पुलिस की उपलब्धियां गिनाईं। बताया कि उग्रवाद व आतंकवाद के खिलाफ झारखंड पुलिस बेहतर कर रही है।
झारखंड पुलिस के प्रतिनिधियों ने आतंकवाद से ज्यादा उग्रवाद पर फोकस किया। बताया कि उग्रवादियों के खिलाफ झारखंड पुलिस लगातार अभियान चला रही है। उग्रवादियों-नक्सलियों को आर्थिक रूप से चोट पहुंचाने के लिए टेरर फंडिंग को रोकने व इसमें शामिल आरोपितों पर कार्रवाई करने की प्रक्रिया जारी है। तीन दर्जन से अधिक उग्रवादियों-नक्सलियों की संपत्ति भी जब्त की जा चुकी है। इतना ही नहीं, नक्सलियों के सहयोगियों पर भी कार्रवाई हो रही है और उनकी पहचान भी की जा रही है।
एनआइए प्रमुख वाईसी मोदी की जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के पांव पसारने की चिंता पर भी झारखंड पुलिस ने अपना पक्ष रखा। राज्य पुलिस ने बताया है कि जेएमबी की सक्रियता की सूचना संताल परगना के जिलों में ही है। वहां जिला पुलिस, खुफिया एजेंसी आदि एकजुट होकर अनुसंधान में जुटी है। विधि-व्यवस्था के ख्याल से ही बड़हरवा में पुलिस अनुमंडल की स्थापना की गई है, जिसका फायदा भी मिल रहा है। जेएमबी पर झारखंड पुलिस की नजर है, उन्हें पनपने नहीं दिया जाएगा।