पुलिस संघों की चेतावनी, पुलिस पर हमला मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप से होगी परेशानी
Jharkhand. पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा थाने के जमादार रमेश सिंह व अन्य पुलिसकर्मी हैं जख्मी मेडिका में चल रहा है इलाज। झारखंड पुलिस एसोसिएशन व मेंस एसोसिएशन ने घटना की निंदा की है।
रांची, राज्य ब्यूरो। पुलिस पर हमला मामले में हमलावरों को बचाने के लिए राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होनी चाहिए। अगर ऐसा हुआ तो सबके लिए परेशानी होगी। पुलिस पर हमले नहीं रुके, तो विधि व्यवस्था व अपराध नियंत्रण में भी कठिनाई होगी और राज्य के विकास तथा शांति स्थापित करना मुश्किल हो जाएगा। यह चेतावनी पाकुड़ में पुलिस पर हमले के आरोपितों को बचाने वालों के लिए है, जो झारखंड पुलिस एसोसिएशन व झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन ने दी है।
दोनों ही एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा थाना के जमादार रमेश सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों पर वहां की स्थानीय जनता की भीड़ के जानलेवा हमले की निंदा की है। सभी घायलों को पहले धनबाद मेडिकल कॉलेज में प्राथमिक उपचार कराया गया, उसके बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची के मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि पुलिसकर्मियों पर आए दिन जानलेवा हमला किया जा रहा है।
ऐसे हमलों पर रोक के लिए ठोस कदम उठाया जाए। वैसे तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए, जो भोले-भाले लोगों को भड़काकर इस तरह कार्रवाई करते हैं। वैसे राजनीतिक दलों को भी पुलिसिया कार्रवाई में अनावश्यक हस्तक्षेप नहीं करने की हिदायत दी जाए। बयान जारी करने वाले एसोसिएशन के पदाधिकारियों में झारखंड पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह, महामंत्री अक्षय कुमार राम व झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र आदि शामिल हैं।
यह है मामला
हिरणपुर थाना क्षेत्र में मोहम्मद नूर जमाल के क्रशर में डकैती हुई थी। इस मामले में 07 अक्टूबर 2019 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। क्रशर से लूटा गया मोबाइल 25 दिसंबर 2019 को उपयोग में लाया गया था। उपयोग करने वाले का नाम बाबुधन मरांडी व पता पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा मिला। तकनीकी शाखा की मदद से टावर लोकेशन के आधार पर छह जनवरी को हिरणपुर थानेदार बृजमोहन राम, प्रशिक्षु दारोगा सत्येंद्र यादव, जमादार अशोक कुमार सिंह निजी वाहन से लिट्टीपाड़ा हाट पहुंचे।
मोबाइल धारक बाबुधन मरांडी से जब मोबाइल के बारे में पूछा, तो वह भागने लगा। उसके पास से वह मोबाइल बरामद हो गया। पकड़ा गया बाबुधन मरांडी जोर-जोर से चिल्लाने लगा, जिसपर बाजार में आए अराजक तत्वों ने उग्र होकर अभियुक्त बाबुधन मरांडी को छुड़ा लिया। पुलिस के साथ मारपीट करते हुए गाड़ी की चाबी छीन ली। बाजार ड्यूटी पर तैनात लिट्टीपाड़ा थाने के प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी जमादार रमेश सिंह के साथ मारपीट की गई, जिसमें उनका सिर फट गया। इस मामले में लिट्टीपाड़ा थाने में आठ नामजद व 200 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।