ऑक्सीजन आपूर्ति में झारखंड देश में नंबर वन, स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र पर झूठे आंकड़े फैलाने का लगाया आरोप
Jharkhand News Jharkhand Number One in Oxygen Supply बन्ना गुप्ता ने कहा कि झूठ फरेब और जुमलेबाजी के सहारे केंद्र सरकार झारखंड को बदनाम कर रही है। सवाल उठाते हुए कहा कि आंकड़ों के बाजीगरी और फर्जी आंकड़े जारी करने का क्या मकसद हैं?
रांची, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस महामारी के बीच मरीजों के लिए सबसे ज्यादा जरूरी और महत्वपूर्ण ऑक्सीजन की आपूर्ति देश में सर्वाधिक झारखंड से हुई है। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इसके लेकर आंकड़ा साझा किया है। झारखंड में 14 जनवरी से शुरू हुई वैक्सीन प्रक्रिया में 4.635% वेस्टेज हुआ है। मंत्री बन्ना गुप्ता ने साथ ही केंद्र पर झूठे आंकड़े फैलाने का आरोप लगाया है। बन्ना गुप्ता ने कहा कि झूठ फरेब और जुमलेबाजी के सहारे केंद्र सरकार झारखंड को बदनाम कर रही है।
सवाल उठाते हुए कहा कि आंकड़ों के बाजीगरी और फर्जी आंकड़े जारी करने का क्या मकसद हैं? मंत्री ने कहा कि क्या इसी तरह के फर्जी आंकड़ों के साथ पूरे देश को गुमराह किया जा रहा है? अपने ट्विटर अकांउट पर मंत्री ने एक आंकड़ा जारी कर कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी, गौर फरमाइए, झारखंड की वैक्सीन की स्थिति ये हैं।
इधर, मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, राज्य सरकार के पास अबतक टीके की कुल खुराक की उपलब्धता के अनुसार, वैक्सीन का अपव्यय अनुपात केवल 4.65 प्रतिशत है। तकनीकी कठिनाइयों के कारण टीकाकरण डेटा को केंद्रीय को-विन सर्वर पर पूरी तरह से अपडेट नहीं किया जा सका है। इसका अपडेशन प्रक्रिया में है। राज्य सरकार द्वारा जिलों को 48.63 लाख टीके की आपूर्ति की गई है।
जिलों द्वारा अबतक 42.07 लाख टीकों का उपयोग किया गया है। जिलों में कुल टीके की कवरेज को देखें तो वह 40.12 लाख है, जबकि अपव्यय का प्रतिशत 4.63 है। राज्य सरकार टीकों की कम से कम बर्बादी सुनिश्चित करने के लिए यथासंभव उपलब्ध वैक्सीन खुराक का अधिकतम उपयोग करने का प्रयास कर रही है। राज्य के सुदूरवर्ती और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण जागरूकता अभियान के साथ इसे और कम करने का प्रयास किया जा रहा है।