Jharkhand Lockdown: रोज 1 लाख पेटी बिकता था बीयर, अब 1 हजार पेटी पर आफत
Jharkhand News Lockdown झारखंड में लॉकडाउन में शराब की बिक्री 10 फीसद तक पहुंच गई है। प्रतिदिन का सेल 10 करोड़ के स्थान पर एक से डेढ़ करोड़ रुपये पर आ गया है। सरकार दुकानदारों को राहत देने के लिए शराब पर टैक्स कम करने पर विचार कर रही है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News Lockdown झारखंड में शराब पर लगने वाला टैक्स कम करने पर विचार किया जा रहा है। इससे संबंधित फाइल वरीय अधिकारियों तक पहुंची है। अगर ऐसा हुआ तो शराब की कीमत पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा, लेकिन शराब दुकानदारों को राहत जरूर मिलेगी। वर्तमान में लॉकडाउन, ई-पास की बाध्यता के चलते शराब की बिक्री प्रभावित हुई है। पहले राज्य में जहां प्रतिदिन 10 करोड़ से अधिक की शराब बिक जाती थी, आज प्रतिदिन एक से डेढ़ करोड़ रुपये की शराब बिक रही है।
पहले जहां महीने में राज्य में चार लाख पेटी बीयर की खपत हो रही थी, आज मुश्किल से 40 हजार पेटी बीयर भी नहीं बिक रही है। लॉकडाउन में सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक की दुकान खोलने की अनुमति है। इस अवधि में शराब की बिक्री नहीं के बराबर होती रही है। शराब बेचने का सही समय शाम पांच बजे के बाद शुरू होता है, जिसपर अभी रोक है। ऐसी स्थिति में शराब की बिक्री में भारी गिरावट हुई है।
अप्रैल में तो ठीक-ठाक, मई में निकल रहा दिवाला
उत्पाद विभाग को अप्रैल महीने में करीब-करीब ठीक-ठाक राजस्व आया। इसकी वजह यह रही कि 22 अप्रैल तक तो कोई प्रतिबंध नहीं रहा। इसके बाद प्रतिबंध रहा भी तो शराब बेचने का समय रात आठ बजे तक था। अप्रैल महीने में उत्पाद विभाग को एक करोड़ 53 लाख रुपये का राजस्व आया है। सामान्य दिनों में उत्पाद विभाग को एक करोड़ 70 से 80 लाख रुपये तक का राजस्व आता रहा है। मई महीने में राजस्व में भारी गिरावट के संकेत मिले हैं।
जब से लॉकडाउन लगा है, जालसाजों की चांदी हो गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास के सभी ढाबे 24 घंटे खुले हैं। अनिवार्य सेवाओं की दुकानें दोपहर दो बजे तक की खुली हैं। अब नकली शराब आसानी से अधिकांश ढाबों व अनिवार्य सेवाओं वाली दुकानों के माध्यम से बिक रही है। रांची, हजारीबाग, कोडरमा सहित कई जिलों में नकली शराब के इस धंधे का भंडाफोड़ हो चुका है।