Move to Jagran APP

IMA सेक्रेटरी से 20 लाख रंगदारी मांगने के मामले में 4 अपराधी गिरफ्तार Ranchi News

Jharkhand News Update पीएलएफआइ के नाम का इस्तेमाल कर हत्या की धमकी देकर रंगदारी मांगी गई थी। इनके पास से पीएलएफआइ का पर्चा बोलेरो कार एक छोटा डायरी दो सिम कार्ड और सात मोबाइल बरामद किए गए हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 03:53 PM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 03:58 PM (IST)
IMA सेक्रेटरी से 20 लाख रंगदारी मांगने के मामले में 4 अपराधी गिरफ्तार Ranchi News
रांची में पुलिस की गिरफ्त में अपराधी। जागरण

रांची, जासं। रांची पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। आइएमए सेक्रेटरी व कांके जनरल हॉस्पिटल के मालिक डॉ. शंभू प्रसाद से पीएलएफआइ के नाम पर 20 लाख की रंगदारी मांगने के मामले का रांची पुलिस ने खुलासा कर लिया है। मामले में चार अपराधियों को दबोचा गया है।

loksabha election banner

गिरफ्तार अपराधियों में मूल रूप से छत्तीसगढ़ के जसपुर जिला अंतर्गत डढ़गांव निवासी इश्तियाक आलम उर्फ इश्तियाक अंसारी उर्फ नागेश्वर, उसका भाई मुस्ताक अंसारी उर्फ प्रदीप पासवान उर्फ लंगड़ा उर्फ भगत जी, वर्तमान पता सदर थाना क्षेत्र के बड़गांई खिजुर टोला, कांके थाना क्षेत्र के बाजार टांड़ टंगरा टोली निवासी जुनेद आलम और छत्तीसगढ़ के जशपुर साईं टांगर टोली निवासी शेख अफजल शामिल है।

इनके पास से पीएलएफआइ का पर्चा, बोलेरो कार, एक छोटा डायरी, दो सिम कार्ड और सात मोबाइल बरामद किए गए हैं। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि पीएलएफआइ के नाम का इस्तेमाल कर पकड़े गए अपराधियों ने डॉक्टर से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। व्हाट्सएप पर पीएलएफआइ का पर्चा भी भेजा था।

उसी दिन इन अपराधियों ने कपड़ा व्यवसायी मोहम्मद इनायतुल्लाह उर्फ बबलू से भी 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। कांके इलाके में एक ही दिन रंगदारी के लिए हुए दो कॉल के बाद पुलिस रेस हुई और अपराधियों को अलग-अलग जगहों से दबोचा। अपराधी गुमला में रहकर डॉक्टर से रंगदारी मांग रहे थे। तकनीकी सेल की मदद से पुलिस ने अपराधियों को दबोच लिया।

दिनेश गोप के नाम से मांगी थी रंगदारी

पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी की रकम नहीं देने पर 24 घंटे के अंदर डॉक्टर शंभू प्रसाद की हत्या की धमकी दी गई थी। डॉक्टर शंभू प्रसाद के अनुसार उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने उनसे कहा कि तुम व्हाट्सएप मैसेज नहीं देखते हो। उसे देखो। व्हाट्सएप पर तुमसे कुछ मांग की गई है। उसे जल्द पूरा करो, नहीं तो जान से मार दिए जाओगे।

फोन करने वाले शख्स ने डॉक्टर शंभू प्रसाद को कहा कि अगर 24 घंटे के अंदर 20 लाख रुपये नहीं मिले तो उनकी हत्या कर दी जाएगी। डॉक्टर शंभू प्रसाद को 7019148258 नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आया था। इसमें उनसे रंगदारी की मांग की गई। फोन करने वाले ने खुद को पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप का खास बताया। अपना नाम भगत जी बताकर जान से मारने की धमकी दी थी। मामले में कांके थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई थी।

पहली बार 17 नवंबर की शाम भेजा मैसेज

पहली बार 17 नवंबर की शाम 6:46 बजे पर्चा और धमकी भरा मैसेज भेजा गया। इसमें खुद को भगत जी बताने वाले ने 20 लाख की रंगदारी मांगी। दूसरे दिन 18 नवंबर को वाइस कॉल कर धमकी दी गई। इसके बाद पत्नी डॉ. कुमारी आभा को भी कॉल कर धमकी दी गई। संबंधित पर्चा की कॉपी डॉक्टर ने पुलिस को उपलब्ध कराई थी। हालांकि पीएलएफआइ ने इस रंगदारी को अपने संगठन द्वारा मांगे जाने से इन्कार किया था। पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था कि शंभू प्रसाद सिंह को संगठन के द्वारा लेवी नहीं मांगा गया है। संगठन में भगत नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.