नक्सली ने अपने ही खूंखार उग्रवादी सुप्रीमो को लगाया चूना, दिनेश गोप का हस्ताक्षर युक्त पर्चा वायरल
Jharkhand Crime News उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ (Extremist Organization PLFI) सुप्रीमो का बेहद करीबी माना जा रहा नक्सली निवेश कुमार (Naxalite Nivesh Kumar) अब सबसे बड़ा नटवरलाल साबित हो रहा। उसने खूंखार उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप (PLFI Supremo Dinesh Gope) तक को चूना लगाया है।
रांची, जागरण संवाददाता। Jharkhand Crime News : उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ (Extremist Organization PLFI) सुप्रीमो का बेहद करीबी माना जा रहा नक्सली निवेश कुमार (Naxalite Nivesh Kumar) अब सबसे बड़ा नटवरलाल साबित हो रहा। उसने खूंखार उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप (PLFI Supremo Dinesh Gope) तक को चूना लगाया है। संगठन को हथियार (Weapon) दिलाने के नाम पर सुप्रीमो का करीबी बन, निवेश खुद भी लेवी वसूलने लगा था और ये पैसे अपने अकाउंट में मंगवाता था। पुलिस (Police) को निवेश के खातों की पड़ताल में यह जानकारी हाथ लगी है।
दिनेश गोप का हस्ताक्षर युक्त एक पर्चा वायरल
निवेश के शातिर अंदाज की भनक न सिर्फ पुलिस बल्कि पीएलएफआइ संगठन को भी लग गई है। रविवार को पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का हस्ताक्षर युक्त एक पर्चा वायरल हुआ है। इसमें संगठन ने निवेश और अंजलि उर्फ फातिमा उर्फ लिली से किसी भी तरह का संबंध होने से इन्कार किया है। हालांकि इस पर्चे की विश्वसनीयता पर भी फिलहाल सवाल है। पुलिस इसे संगठन से ध्यान हटाने की साजिश मान रही है। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार संगठन इस विज्ञप्ति के माध्यम से कारोबारियों को सूचना देना चाहता है कि वह निवेश को लेवी न दे।
ये लिखा है पर्चे में
पर्चे में लिखा है निवेश एवं अन्य लोगों का पार्टी से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं। बेवजह इस मामले में संगठन को घसीटा जा रहा है। बरामद गाड़ी और 72 लाख रुपये उनके अपने हैं या किसी कारोबारी के। ये संगठन का पैसा नहीं है। हो सकता है निवेश ठगी का काम करता हो और उसने ये पैसे किसी से ठगे हों। बांग्लादेशी लड़की अंजली उर्फ फातिमा उर्फ लिली का भी पीएलएफआइ सुप्रीमो से कोई संबंध नहीं है।
निवेश कई तरह के खतरों से घिरा
पुलिस को पुख्ता सूचना मिल रही है कि निवेश अब कई खतरों से घिर चुका है। पीएलएफआइ सुप्रीमो को चूना लगाने के चक्कर में वह संगठन के टारगेट पर आ गया है। जेल में उस पर हमले की आशंका है, इसलिए जेल प्रशासन उसे अलग-थलग रखकर उसपर कड़ी नजर रखे हुए है।
बिहार में डीएसपी की वर्दी पहनकर घूमता था
इंजीनियर बनने की चाहत पूरी नहीं हुई तो निवेश ठग बन गया। कई लोगों को चूना लगाया। बिहार में डीएसपी की वर्दी पहनकर भी वह घूमता था। बिहार, झारखंड में उसपर लाखों की ठगी के मामले दर्ज भी हैं। ठगी के मामले में ही वह जेल गया और वहां उग्रवादी संगठन के करीब आया।
रिमांड पर लेगी पुलिस
रांची पुलिस निवेश कुमार को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। उसके साथ पकड़े गए सहयोगियों को भी रिमांड पर लेकर राउंडटेबल पूछताछ करने की तैयारी है। सोमवार को पुलिस निवेश और उसके सहयोगियों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी देगी। अब रिमांड पर लेने के बाद ही पूरा सच सामने आ पाएगा।