जिओ सिम कार्ड का फर्जीवाड़ा कैसे करता था पीएलएफआइ सरगना के करीबी निवेश कुमार, खुलासा
Jharkhand Crime News पीएलएफआइ सरगना दिनेश गोप का करीबी निवेश कुमार संगठन को हथियार ही नहीं बल्कि सिम की भी आपूर्ति करता था। लालच में उज्ज्वल ने उग्रवादी संगठन के साथ काम करना शुरू कर दिया। सिम के लिए वह ग्राहकों से धोखाधड़ी करने लगा।
रांची, (तुपुदाना), जागरण संवाददाता। Jharkhand Crime News : पीएलएफआइ सरगना दिनेश गोप का करीबी निवेश कुमार संगठन को हथियार ही नहीं बल्कि सिम की भी आपूर्ति करता था। इसी के माध्यम से उग्रवादी भयादोहन करते थे। एक सिम देने पर पीएलएफआइ से निवेश को पांच हजार रुपये मिलते थे। सिम की सप्लाई के लिए निवेश ने कुछ युवकों को फांस रखा था जो मोबाइल कंपनियों में काम करते थे। इन्हें पैसे देकर निवेश उनसे सिम लेता था।
पुलिस को सिम दिए जाने के बारे में कई अहम जानकारी मिली
पुलिस ने पिछले दिनों ऐसे ही एक कुरियर ब्वाय उज्ज्वल को गिरफ्तार किया था। जिसने पुलिस को सारी बात बताई। अब निवेश से पूछताछ में भी पुलिस को सिम दिए जाने के बारे में कई अहम जानकारी मिली है। बुधवार को पुलिस ने निवेश से लगातार दूसरे दिन रिमांड पर पीएलएफआइ संगठन से जुड़ी जानकारी ली। कल आखिरी दिन पूछताछ के बाद निवेश और उसके सहयोगी शुभम को जेल भेज दिया जाएगा।
सीसीटीवी पर नजरें होती थीं निवेश की
पुलिस ने निवेश को यह भी बताया कि कैसे वह अब तक गिरफ्तारी से बचा रहा। पूछताछ में उसने बताया कि धुर्वा के आम बागान स्थित अपने मकान के चारों ओर उसने सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। जब भी घर पर रहता, आसपास की हर गतिविधि पर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखता था। ताकि पुलिस के आते ही घर से भाग सके। छह जनवरी को आम बागान इलाके से भागने से लेकर हटिया इलाके में जहां से बीएमडब्ल्यू कार लवारिस हालात में मिली थी, उसका सत्यापन कराया गया।
उज्ज्वल को भी रिमांड पर लेगी पुलिस, उपलब्ध कराए 60 सिम
पुलिस को दिए इकबालिया बयान में जेल में बंद खूंटी के उज्ज्वल कुमार ने बताया था कि दो सालों से वह रिलायंस जिओ में काम करता था। इन दो सालों में पीएलएफआइ को उसने निवेश के माध्यम से करीब 60 सिम कार्ड उपलब्ध कराए। एक सिम कार्ड के बदले निवेश कुमार अपने साला शुभम पोद्दार के माध्यम से पांच हजार रुपये देता था। अब पुलिस उज्ज्वल को भी रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है ताकि उससे और राज उगलवाए जा सकें।
ग्राहकों से धोखाधड़ी कर सिम कराता था इश्यू
उज्जवल ने पुलिस को बताया कि निवेश कुमार का साला शुभम पोद्दार और ध्रुव कुमार सिंह उसी के मुहल्ले का रहने वाला है। जिओ कंपनी में काम पकड़ने के बाद ध्रुव और शुभम उसे लालच देने लगे। ध्रुव ने बताया कि शुभम का बहनोई निवेश उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के लिए काम करता है। उसे सिम कार्ड उपलब्ध कराओगे तो अच्छा पैसा मिलेगा। इसी लालच में उज्ज्वल ने साथ काम करना शुरू कर दिया। सिम के लिए वह ग्राहकों से धोखाधड़ी करने लगा। मोबाइल के जिओ पॉश एप की मदद से ग्राहकों को नया सिम देने के दौरान दो बार लाइव फोटो और आधार कार्ड की दो कापी ले लेता था। ग्राहकों से फर्जी तरीके से प्राप्त आधार कार्ड और फोटो से पीएलएफआइ के लिए सिम कार्ड इश्यू करता था।