कुख्यात नक्सली महाराजा प्रमाणिक ने AK-47 के साथ पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण
Jharkhand Crime News दस लाख का इनामी भाकपा माओवादियों का जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक दोपहर करीब डेढ़ बजे रांची प्रक्षेत्र के आईजी पंकज कंबोज के कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया है। महाराज प्रमाणिक सरायकेला खरसावां जिले के ईचागढ़ क्षेत्र का रहने वाला है।
रांची, (राज्य ब्यूरो)। Jharkhand Crime News : दस लाख का इनामी भाकपा माओवादियों का जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक दोपहर करीब 1:30 बजे रांची प्रक्षेत्र के आईजी पंकज कंबोज के कार्यालय में विधिवत आत्मसमर्पण कर दिया। वह पिछले 3 महीने से झारखंड पुलिस के साथ अनधिकृत रूप से नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में साथ साथ था। पुलिस के समक्ष आज उसने विधिवत रूप से उसका आत्मसमर्पण कर दिया। प्रेमिका के कहने पर उसने यह कदम उठाया।
दर्जनभर बड़ी घटनाओं को दिया है अंजाम
सरायकेला, खूंटी व पश्चिमी सिंहभूम सहित रांची जिले में भी महाराज प्रमाणिक के दस्ते में दर्जनभर बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है।
बताया जा रहा है कि महाराज प्रमाणिक की निशानदेही पर झारखंड पुलिस को हाल के दिनों में कई महत्वपूर्ण सफलताएं हाथ लगी है।
एक करोड़ का इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन गिरफ्तार
सबसे बड़ी सफलता माओवादियों के पोलितब्यूरो सदस्य एक करोड़ का इनामी प्रशांत बोस उर्फ किशन तथा उसकी पत्नी सहित 6 माओवादियों की गिरफ्तारी है। पूर्व में महाराज प्रमाणिक दस्ता के तीन सदस्य बैलून सरदार, सूरज सरदार और सूरज की पत्नी पुलिस के सामने विधिवत रूप से आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
आत्मसमर्पण से माओवादी पड़े हैं कमजोर
महाराज प्रमाणिक को एक करोड़ का इनामी सेंट्रल कमेटी सदस्य पतिराम माझी उर्फ अनल दस्ते का सबसे हार्ड कोर नक्सली बताया जाता है।। इसके आत्मसमर्पण से सरायकेला खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम क्षेत्र में माओवादी कमजोर पड़े हैं।
भाकपा माओवादियों को बड़ा झटका
झारखंड में भाकपा माओवादियों को बड़ा झटका लगा है। दक्षिणी छोटानागपुर जोनल कमेटी के कमांडर महाराज प्रमाणिक ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है। दोपहर बाद इसकी विधिवत घोषणा की जाएगी। रांची में ही गुप्त ठिकानें पर रखकर पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी। वह भाकपा माओवादी संगठन के बारे में सारी जानकारी उगल चुका है। पिछले कुछ दिनों से वह संगठन से नाराज़ चल रहा था। पुलिस ने भी उस पर सरेंडर करने के लिए दबाव बना रखा था।
संगठन का छोड़ दिया साथ
पतिराम मांझी को सेंट्रल कमेटी ने सारंडा इलाके का प्रभार दे दिया था, इससे वह नाराज था। उसने संगठन का साथ छोड़ दिया। उसके सरेंडर की चर्चा पिछले दिनों भी सुर्खियों में थी। आज विधिवत इसकी घोषणा कर दी जाएगी।
कई बड़े कांडों में महाराज की थी पुलिस को तलाश
महाराज प्रमाणिक की तलाश सरायकेला खरसावां जिले के कुकुरूहाट, लांजी समेत कई वारदातों में थी। 14 जून 2019 को महाराज प्रमाणिक के नेतृत्व में नक्सलियों ने कुकुरूहाट में पांच पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। मार्च 2021 में लांजी में आईईडी धमाके में भी तीन पुलिसकर्मियों को मारने का आरोप है। महाराज प्रमाणिक की तलाश झारखंड पुलिस के साथ साथ एनआइए को भी थी। राज्य पुलिस ने महाराज पर दस लाख का ईनाम रखा था।
40 लाख रुपये और हथियार लेकर भागने का आरोप
भाकपा माओवादी संगठन ने महाराज प्रमाणिक को गद्दार घोषित कर जनअदालत में सजा देने की बात कही थी। माओवादियों के प्रवक्ता अशोक ने प्रेस बयान जारी कर कहा था कि जुलाई 2021 के पूर्व तीन बार इलाज का बहाना बना कर महाराज संगठन से बाहर आया था। इस दौरान वह पुलिस के संपर्क में आ गया। संगठन को इसकी जानकारी मिल गई। 14 अगस्त को वह संगठन छोड़कर भाग गया वह संगठन के 40 लाख रपये, एके 47 हथियार, 150 से अधिक गोलियां व पिस्टल लेकर भागा है।
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