Jharkhand Lockdown: झारखंड में इस तरह लगा लॉकडाउन, सबकुछ पुलिस के जिम्मे...
Jharkhand Lockdown कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच राज्य सरकार ने सख्ती का ऐलान भी कर दिया है। 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा के बीच अब पूरी जवाबदेही पुलिस-प्रशासन पर आ गई है कि सरकार के दिशा-निर्देश का पालन कैसे कराएं।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Lockdown कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच राज्य सरकार ने सख्ती का ऐलान भी कर दिया है। 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा के बीच अब पूरी जवाबदेही पुलिस-प्रशासन पर आ गई है कि सरकार के दिशा-निर्देश का पालन कैसे कराएं। लॉकडाउन के बीच सख्ती को लेकर सभी जिलों में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है। बस अड्डे, रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाली जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान सख्ती से कोविड गाइडलाइंस का पालन कराने के लिए चुनाव कार्य से वापस लौटने वाले बल को भी विधि-व्यवस्था में लगाने की तैयारी है। पश्चिम बंगाल व असम में चुनाव कार्य संपन्न कराकर लौटने वाली झारखंड पुलिस की कुछ कंपनियां भी अब कोरोना गाइडलाइंस का पालन करवाने के लिए विधि-व्यवस्था ड्यूटी में लगाई जाएंगी।
जैप, आइआरबी व एसआइआरबी के अतिरिक्त जवान रहेंगे तैनात
सरहुल, रामनवमी को लेकर जिलों में तैनात अतिरिक्त जवान को अगले आदेश पर संबंधित जिले में ही तैनात रहने का आदेश जारी हुआ है। रांची में जिला बल के अलावा जैप वन, जैप टू व जैप टेन की छह इको व रैप की कंपनियां तैनात हैं। इसी प्रकार धनबाद में जैप तीन की दो कंपनी, बोकारो में जैप-4, आइआरबी-1 की दो कंपनी व 100 लाठीपार्टी, गोड्डा में जैप-5 व आइआरबी-8, जमशेदपुर में जैप-6, आइआरबी-2 के जवान लगाए गए हैं। पर्याप्त संख्या में सशस्त्र बल के जवानों के साथ-साथ लाठी पार्टी को लगाया गया है। जिला मुख्यालयों में प्रशिक्षु लाठी पार्टी की भी तैनाती हुई है।
राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण की Chain को तोड़ना नितांत आवश्यक है। इसलिए राज्य में 'स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह' हेतु निर्णय लिया गया है। यह 22 अप्रैल सुबह 6 बजे से 29 अप्रैल सुबह 6 बजे तक लागू होगा। आप सभी से अपील है कृपया नियमों का कड़ाई से पालन करें।
सर्तक रहें, सुरक्षित रहें। pic.twitter.com/jMBGQ35SU5— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 20, 2021
गत वर्ष हिंदपीढ़ी कंटेंनमेंट जोन बना था, जहां विधि-व्यवस्था संबंधित परेशानी उत्पन्न होने पर सीआरपीएफ के जवानों को उतारा गया था। परेशानी यह थी कि लोग लॉकडाउन के नियम-कानून को नहीं मान रहे थे और बेवजह घरों से बाहर निकल रहे थे। उनसे सख्ती बरतने के उद्देश्य से ही सीआरपीएफ के जवानों को उतारा गया था, ताकि कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सके।