Jharkhand Lockdown: झारखंड में बेकाबू हो रहे हालात, लग सकता है संपूर्ण लॉकडाउन...
Jharkhand Lockdown Dhara 144 in Jharkhand Jharkhand News झारखंड में कोरोना वायरस बेकाबू हो रहा है। अब 2000 के करीब मामले रोज मिल रहे हैं। एक दिन में 17 मौतें हो रही हैं। रोज बढ़ रहे एक फीसद मामले के बीच पांच राज्यों में ही झारखंड से अधिक केस हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Lockdown, Dhara 144 in Jharkhand, Jharkhand News पूरे देश की तर्ज पर झारखंड में भी बढ़ता कोरोना वायरस का दायरा झारखंड के लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। जिस तेजी से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, उससे फिर से संपूर्ण लॉकडाउन की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। हालांकि, अब भी सरकार ने पूरे राज्य में धारा- 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की है, रात में 8 बजे के बाद तमाम दुकानें बंद रखने का आदेश दे रखा है। बावजूद नए इलाकों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है।
ऐसे में लोगों की घर-बाहर की आजादी पर ग्रहण लगने के आसार अभी से दिखाई देने लगे हैं। यदि कुछ दिन और ऐसे ही हालात बने रहे तो संक्रमण नियंत्रण के प्रयासों को तगड़ा झटका लगेगा। हालात कुछ-कुछ पिछले वर्ष जैसे ही बनते दिख दे रहे हैं। गत वर्ष कोरोना की सीधी मार का असर मार्च के अंतिम सप्ताह से शुरू हुआ था, जिसने रोजी-रोजगार से लेकर अर्थव्यवस्था तक को नाउम्मीद किया जिससे राज्य अब तक नहीं उबर सका है। अब कोरोना की दूसरी लहर कुछ उसी अंदाज में आई है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुमानों की बात करें तो आज या कल में राज्य में सर्वाधिक कोरोना वायरस संक्रमितों का रिकार्ड टूट सकता है। राज्य में वर्तमान में 12293 कोरोना संक्रमित मरीज हैं, जो बढ़कर अगले दस दिनों में 24 हजार से अधिक हो जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने आंकड़ों के आधार पर कोरोना संक्रमण के फैलाव और संभावित संक्रमितों का अनुमान लगाया है। इसके मुताबिक 10 दिनों में रांची में 11 हजार, पूर्वी सिंहभूम में दो हजार और बोकारो, दुमका व जामताड़ा में एक हजार से अधिक कोरोना वायरस संक्रमित मरीज हो जाएंगे। राज्य ब्यूरो, रांची के सहयोगी नीरज अम्बष्ठ बता रहे हैं झारखंड में कोरोना के ताजा हालात...
झारखंड में कोरोना की जैसी स्थिति पिछले साल अक्टूबर माह में थी, वही स्थिति वर्तमान में दोबारा हो गई है। पिछले साल अक्टूबर माह में राज्य में कोरोना के मामले प्रतिदिन औसतन लगभग एक फीसद बढ़ रहे थे। वर्तमान में भी कोरोना की औसत वृद्धि दर (एक सप्ताह में) एक फीसद हो गई है। इसका मतलब यह कि राज्य में कोरोना के जितने मामले अबतक सामने आए हैं उनमें एक फीसद की रोज वृद्धि हो रही है। जैसे, राज्य में शुक्रवार तक कोरोना के कुल 1,34,715 मामले आ चुके हैं। इनमें प्रतिदिन औसत 1,347 मामले बढ़ रहे हैं।
इस स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि सिर्फ पांच राज्य महाराष्ट्र, झारखंड, पंजाब, मध्य प्रदेश तथा गुजरात में ही कोरोना की औसत वृद्धि दर झारखंड से अधिक है। अन्य सभी राज्यों में यह औसत झारखंड से कम है। झारखंड में कोरोना मामले की होनेवाली औसत वृद्धि राष्ट्रीय औसत 0.64 फीसद से भी अधिक है। यह भी उल्लेखनीय है कि राज्य में अक्टूबर माह से कोरोना की औसत वृद्धि में लगातार कमी आ रही थी। इस साल फरवरी माह में यह घटकर 0.03 फीसद हो गई थी।
पिछली लहर की बात करें तो झारखंड में जब कोरोना पीक पर था तब इसकी औसत वृद्धि दर 28 अगस्त से चार सितंबर के बीच 4.2 फीसद पहुंच गई थी। उस समय छत्तीसगढ़ तथा त्रिपुरा में ही यह दर झारखंड से अधिक क्रमश: सात फीसद और 4.7 फीसद थी। अन्य सभी राज्यों में यह दर झारखंड से कम थी। पूरे देश की बात करें तो यह दर महज 2.21 फीसद ही थी जो झारखंड की दर से लगभग आधी थी। इससे दो सप्ताह पूर्व इस मामले में झारखंड छठे स्थान पर था।
उस समय (17-23 अगस्त) झारखंड में कोरोना की औसत वृद्धि दर महज 3.74 फीसद थी। सिर्फ ओडिशा, छत्तीसगढ़, केरल, पंजाब तथा मेघालय में यह दर झारखंड से अधिक थी। इस मामले में दो सप्ताह में ओडिशा, केरल, पंजाब तथा मेघालय झारखंड से बेहतर स्थिति में पहुंच गया था। जानकारों का कहना है कि राज्य में जिस तरह के दैनिक मामले लगातार बढ़ रहे हैं, उसके अनुसार, अगले माह पिछले साल के सितंबर का भी रिकार्ड टूट सकता है।
विभिन्न राज्यों में कोरोना की औसत वृद्धि दर (28 अगस्त से 4 सितंबर)
राज्य - 28 अगस्त से 4 सितंबर 2020 - 7-14 अक्टूबर 2020 - 2-9 अप्रैल 2020
- झारखंड 4.2 0.7 1.0
- महाराष्ट्र 2.2 0.7 0.64
- आंध्र प्रदेश 2.6 0.6 0.2
- तमिलनाडु 1.5 0.8 0.4
- कर्नाटक 2.7 1.4 0.6
- उत्तर प्रदेश 2.6 0.7 0.9
- दिल्ली 1.3 0.9 0.8
- प. बंगाल 1.9 1.2 0.4
- बिहार 1.5 0.6 0.5
- तेलंगाना 2.2 0.8 0.5
- असम 2.8 0.6 0.1
- ओडिशा 3.3 1.1 0.2
- गुजरात 1.4 0.8 1.1
- राजस्थान 1.9 1.3 0.8
- केरल 2.6 2.9 0.3
- हरियाणा 2.7 0.8 0.8
- मध्य प्रदेश 2.6 1.5 1.2
- पंजाब 3.1 0.6 1.2
- छत्तीसगढ़ 7.0 1.9 2.3
- उत्तराखंड 4.1 0.8 0.7
- गोवा 3.4 1.0 0.6
- त्रिपुरा 4.7 0.7 0.1
- हिमाचल प्रदेश 3.0 1.2 0.8
- मणिपुर 2.1 1.7 0.0
- अरुणाचल प्रदेश 3.9 1.8 0.0
- नगालैंड 1.1 1.4 0.0
- मेघालय 3.2 1.6 0.1
- सिक्किम 2.4 1.0 0.2
- मिजोरम 0.6 0.4 0.2
नोट : यहां दर्शाए गए सभी आंकड़े प्रतिशत में हैं।