एनकाउंटर का आरोप लगा कुख्यात अपराधी राजू गोप के परिजनों ने थाने का किया घेराव Ranchi News
Jharkhand Latest News. आज मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में महिला समिति एवं ग्रामीण तुपुदाना ओपी पहुंचे और थाने का घेराव किया। वे भारी बारिश में भी जमे रहे।
रांची, जेएनएन। Jharkhand Latest News धुर्वा थाने के सीठियो टीओपी से फरार कुख्यात अपराधी राजू गोप का मामला अब तूल पकड़ रहा है। राजू गोप के परिजन पुलिस द्वारा एनकाउंटर का आरोप लगा हंगामा पर उतर आए हैं। रांची के तुपुदाना ओपी का सैकड़ों की संख्या में महिला समिति एवं ग्रामीणों ने मंगलवार को घेराव किया हुआ है। मामला कुख्यात अपराधी राजू गोप से जुड़ा हुआ है।
राजू गोप के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने राजू का एनकाउंटर कर दिया है। बता दें कि राजू गोप दो दिनों पूर्व सीठियो टीओपी से फरार हो गया था। पुलिस के अधिकारी परिजनों को लगातार समझा बुझा रहे लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हैं। लोग राजू गोप को किसी भी हाल में ढूंढ कर लाने की मांग पर अड़े हैं।
बताया जाता है कि राजू गोप को भागने में पुलिस के ही एक मुखबिर ने मदद की है। मुखबिर क्रशर का संचालक भी है। उसने राजू को भागने से पहले शर्ट और जींस दिया था। राजू गोप के फरार होने के बाद मुखबिर ने तुपुदाना थाने की पुलिस को कॉल कर इसकी सूचना दी। उसने कहा कि वह डर गया था, इसलिए समय पर सूचना नहीं दे पाया।
इधर, आज मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में महिला समिति एवं ग्रामीण तुपुदाना ओपी पहुंचे और थाने का घेराव किया। वे भारी बारिश में भी जमे रहे। उनका कहना है कि पुलिस ने राजू गोप का एनकाउंटर कर दिया है। इधर, थाना का गेट बंद कर दिया गया है और पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया गया है।
रांची-खूंटी मार्ग के टोरियन वर्ल्ड स्कूल के पास बीते 15 जुलाई की देर रात ताबड़तोड़-फायरिंग और पोस्टरबाजी मामले में गिरफ्तार किया गया कुख्यात अपराधी राजू गोप पुलिस कस्टडी से दो दिन पहले फरार हो गया था। पुलिस ने राजू गोप को गिरफ्तार कर सीठियो टीओपी में रखा था। यहां से राजू गोप पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। उसकी फरारी के बाद से पुलिस उसकी तलाश में अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग रहा है। अब परिजन व ग्रामीण पुलिस पर एनकाउंटर में राजू गोप के मारे जाने का आरोप लगाकर थाना घेरे हुए हैं।
गौरतलब है कि राजू गोप की गिरफ्तारी के बाद भी थाना का घेराव कर महिलाओं ने खूब हंगामा किया था। हंगामे के बीच पुलिस उसे मेडिकल और कोरोना टेस्ट कराने अस्पताल ले गई थी। इसके बाद कोर्ट में प्रस्तुत किया गया था। हालांकि शाम होने की वजह से राजू गोप को जेल नहीं भेजा जा सका और उसे सीठियो टीओपी में रखा गया था। वहीं से वह फरार हो गया था।
पुलिस को मिली जानकारी अनुसार लेवी के लिए 20 क्रशर संचालकों को कॉल किया गया था। फायरिंग की घटना में पीएलएफआइ उग्रवादियों के साथ राजू भी शामिल रहा है। इस मामले में राजू गोप के अलावा लाका पहान और अनिल मुंडा को नामजद आरोपी बनाते हुए तुपुदाना ओपी में एफआइआर दर्ज किया गया था। इसी मामले में राजू को गिरफ्तार किया गया था।
राजू गोप बीते 19 जून को जेल से छूटा था। बीते तीन अगस्त 2015 को राजू गोप को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ा था। उसके पैर में गोली भी लगी थी। राजू गोप मूल रूप से तुपुदाना के डुंगरू का रहने वाला है। वह तुपुदाना चौक पर जमीन कारोबारी लाल अशोक नाथ शाहदेव की हत्या के बाद चर्चा में आया था।