स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की खरी-खरी, ड्रग इंस्पेक्टर दवा दुकानों से लेते हैं मासिक कमीशन
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डॉक्टरों पर हमला सरकार पर हमला माना जाएगा। दवा दुकानदार नशीली या नियम विरुद्ध दवा बेचेंगे तो उन्हें जेल भेजेंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि कई ड्रग इंस्पेक्टर (सभी नहीं) दवा दुकानों, पैथोलैब, ब्लड बैंक तथा नर्सिंग होम से मासिक कमीशन वसूलते हैं। अब ऐसा नहीं चलेगा। वे मंगलवार को रांची की सभी दवा दुकानों, पैथोलैब, ब्लड बैंक, नर्सिंग होम के प्रतिनिधियों के साथ रिम्स सभागार में वन टू वन बात करेंगे। इसमें न तो कोई औषधि प्रशासन का अधिकारी रहेगा और न ही विभाग का। कोई भी खुलकर उनसे अपनी समस्या रख सकेगा। कोई कमीशन ले रहा है या घूस मांग रहा है तो बेहिचक इसकी जानकारी उन्हें दे सकेंगे।
शुक्रवार को अपने कार्यालय कक्ष में मीडिया से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि अब किसी दवा दुकानदार को ड्रग इंस्पेक्टर प्रताडि़त नहीं कर सकेंगे। लेकिन दवा दुकानों को भी यह गारंटी देनी होगी वे नशीली दवा नहीं बेचेंगे तथा नियम व तय मानक के अनुरूप ही दवा की बिक्री करेंगे। यदि इसकी शिकायत मिलती है तो दवा दुकानों पर केस भी करेंगे और जेल भी भेजेंगे।
मंत्री ने डॉक्टरों की सुरक्षा व सम्मान सुनिश्चित करने का भी आश्वासन दिया। कहा कि डॉक्टरों पर हमला, उनसे रंगदारी मांगना, उन्हें प्रताडि़त करना सरकार पर हमला माना जाएगा। ऐसे लोगों के विरुद्ध भी कार्रवाई होगी। उन्होंने डॉक्टरों की मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग पर विचार करने की भी बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि रिम्स के डॉक्टर कई तरह से प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं, लेकिन वे इसकी भी समीक्षा करेंगे कि वे ऐसा क्यों करते हैं।
उन्होंने डॉक्टरों से रिम्स को अपनी संस्था मानकर मरीजों का इलाज करने की अपील करते हुए यह सांकेतिक रूप से चेतावनी भी दी कि आटा में नमक अधिक हुआ तो यह बर्दाश्त नहीं होगा। वे शीघ्र ही रिम्स के जूनियर व सीनियर डाक्टरों के अलावा अन्य नर्सिंग व पारा मेडिकल स्टाफ से भी वन टू वन बात करेंगे।
अच्छे चिकित्सकों को च्वाइस पोस्टिंग
मंत्री ने कहा कि कुछ सिविल सर्जन व चिकित्सक मरीजों के हित में अच्छा काम कर रहे हैं। उन्हें च्वाइस पोस्टिंग दी जाएगी। कहा कि ऐसे चिकित्सकों को इंशेंटिव के साथ सम्मानित भी किया जाएगा।
किन अस्पतालों को शो-कॉज, फाइल तलब
मंत्री ने प्राइवेट अस्पतालों व नर्सिंग होम को किए गए शो-कॉज की फाइल भी विभाग से तलब की है। उन्होंने कहा कि वे देखना चाहते हैं कि उनके पदाधिकारी स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए कितने संवेदनशील हैं। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर ऐसी कितनी कार्रवाई हुई? बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के तहत कई प्राइवेट अस्पतालों को शो-कॉज किया गया है।