राज्यपाल ने दिया निर्देश, रिटायर शिक्षकों को समय पर मिले पेंशन
Jharkhand. राज्यपाल ने कई विवि शिक्षकों के पेंशन निर्धारण लंबित होने पर नाराजगी जताते हुए उच्च शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को शीघ्र निपटारे का निर्देश दिया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने विश्वविद्यालय के रिटायर शिक्षकों को समय पर पेंशन देने का निर्देश उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग को दिया है। उन्होंने शनिवार को विभाग के प्रधान सचिव शैलेश कुमार सिंह के साथ बैठक में इस संबंध में निर्देश दिया। राज्यपाल ने इस क्रम में स्पष्ट रूप से कहा कि विभिन्न स्रोतों से यह जानकारी मिली है कि कुछ रिटायर शिक्षकों का पेंशन निर्धारण अभी तक नहीं हुआ है। इस तरह के कई मामले लंबित हैं।
उन्होंने इस पर नाराजगी जताते हुए उनका निपटारा शीघ्र करने का निर्देश दिया। राज्यपाल ने राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों व अन्य तकनीकी संस्थानों के छात्रों के हित में सत्र 2018-19 से पूर्व संबद्धता के लिए शीघ्र निर्णय लेने का भी निर्देश दिया ताकि छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हो सकें। विभाग के प्रधान सचिव ने राज्यपाल को बताया कि शीघ्र ही इस मामले को कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। बता दें कि संबद्धता के विवाद में छात्रों की परीक्षा रुकी हुई है। राज्यपाल ने रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग केशिक्षकों की प्रोन्नति की स्थिति की भी जानकारी ली।
साथ ही सेंट्रल यूनिवर्सिटी को शीघ्र पर्याप्त भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय सुनिश्चित भी करने का निर्देश दिया। साथ ही अगले सत्र से नामांकन चांसलर पोर्टल से ही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव सतेन्द्र सिंह, सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एमपी सिन्हा, उच्च शिक्षा निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया व अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
उरीमारी व पोटका में डिग्री कॉलेज खोलने का निर्देश
राज्यपाल ने उरीमारी एवं पोटका के ग्रामीण इलाके में शीघ्र डिग्री कॉलेज खोलने का भी निर्देश विभाग को दिया। उन्हें बताया गया कि बड़कागांव में स्थल चिन्हित कर लिया गया है। राज्य सरकार की योजना सभी विस क्षेत्रों में एक-एक डिग्री कॉलेज खोलने की है। राज्यपाल ने जमशेदपुर में महिला विश्वविद्यालय की स्थापना में गति लाने तथा नए विश्वविद्यालयों में पद सृजन कर शीघ्र नियुक्ति का भी निर्देश दिया।
बहरागोड़ा में खुलेगा जनजातीय विश्वविद्यालय
राज्यपाल ने राज्य में जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना पर चर्चा करते हुए कहा कि इसके लिए बहरागोड़ा सबसे उपयुक्त होगा क्योंकि यह स्थान झारखंड के साथ पश्चिम बंगाल और ओडिशा से निकटवर्ती है।