Jharkhand: राज्यपाल ने डीजीपी से ली कानून-व्यवस्था की जानकारी, गोड्डा के चिकित्सक की मौत जताई संवेदना
राज्यपाल ने स्वास्थ्य सचिव को भी राजभवन बुलाकर वेतन के अभाव में गोड्डा के चिकित्सक की मौत की जानकारी ली। कहा कि बहुत से लोगों में भ्रम फैल गई है कि हमारे राज्य में कोरोना समाप्त हो गया है जबकि हर दिन सैंकड़ों लोग संक्रमित हो रहे हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक एमवी राव से राज्य की विधि व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने हाल के दिनों में अपराध की घटनाएं बढ़ने की बात कहते हुए इस पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस महानिदेशक ने अपराध पर अंकुश लगाने के लिए हाल के दिनों में उठाए गए कदम की जानकारी दी।
इस क्रम में राज्यपाल ने पुलिस संस्मरण दिवस के उपलक्ष्य में बेहतर कार्य करनेवाले पुलिस कर्मियों की सराहना की। इससे पहले राज्यपाल ने स्वास्थ्य सचिव डा. नितिन मदन कुलकर्णी को राजभवन बुलाकर गोड्डा में कार्यरत चिकित्सक विजय कृष्ण श्रीवास्तव की संदेहास्पद मृत्यु के संबंध में चर्चा की। राज्यपाल ने कहा कि किसी भी कर्मी को ससमय वेतन नहीं मिलना न्यायसंगत नहीं है।
वर्तमान में पूरे देश में जब देश की सारी जनता इन कोरोना योद्धाओं के साथ हैं, उनके उत्साह को बढ़ा रहे हैं और उनके प्रति अपना आभार प्रकट कर रहे हैं तो ऐसे में एक चिकित्सक की संदेहास्पद मृत्यु का एक बड़ा कारण आर्थिक तंगी होना अत्यन्त संवेदनहीन है। उन्होंने इस दिशा में संवेदनशीलता से ध्यान देने का निर्देश स्वास्थ्य सचिव को दिया। राज्यपाल ने स्वास्थ्य सचिव से राज्य में कोरोना की स्थिति की भी जानकारी ली।
राज्यपाल ने कहा कि बहुत से लोगों में भ्रम फैल गई है कि हमारे राज्य में कोरोना समाप्त हो गया है जबकि हर दिन सैंकड़ों लोग संक्रमित हो रहे हैं। लोगों की जान भी जा रही है। उनहोंने स्पष्ट रूप से कहा कि बहुत से लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं। शारीरिक दूरी के नियमों का भी पालन नहीं हो रहा है। कहा कि हमें नागरिकों को समझाना होगा कि जब तक कोरोना की दवा/वैक्सीन नहीं निकल जाती तब तक परहेज ही इसका उपचार है। उन्होंने लोगों को जागरूक करने हेतु औऱ प्रयास करने की बात कही।