मीठा जहर छीन रहा लोगों की जिंदगानी, जवानी में ही नजर आ रहे बूढ़े Garhwa News
Garhwa Jharkhand News गढ़वा प्रखंड के प्रतापपुर पंचायत के मौनाहा टोले के लोगों को फ्लाेराइडयुक्त पानी पीने से फ्लोरोसिस नामक बीमारी से निजात नहीं मिल पा रही है।
गढ़वा, [दीपक]। गढ़वा सदर प्रखंड का प्रतापपुर पंचायत। इस पंचायत के दो टोले मोनाहा और गटियाही। इस टोले के लोग वर्षों से मीठा जहर पीने को विवश हैं। फ्लोराइड प्रभावित इस दोनों टोले के लोग मीठा जहर पीकर अपनी जिंदगानी गंवा रहे हैं। बावजूद इसके फ्लोराइड प्रभावित इस क्षेत्र पर प्रशासनिक महकमे का ध्यान नहीं है। इसका खामियाजा ग्रामीण झेल रहे हैं। प्रशासनिक उदासीनता के कारण लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
लगभग 3000 की आबादी वाले इस दोनों टोले के लोग फ्लोराइड युक्त पानी पीने के कारण फ्लोरोसिस नामक बीमारी से पीड़ित हैं। लोग कम उम्र में ही बूढ़े हो जा रहे हैं। इस बीमारी के कारण शरीर के अंग टेढ़े-मेढ़े हो जाते हैं। कई लोग तो बिस्तर पर ही पड़े हुए हैं। बीमारी ने इन्हें लाचार कर दिया है। इस बीमारी के कारण अभी तक 4 दर्जन से अधिक लोग मौत को गले लगा चुके हैं। दर्जनों लोगों को फ्लोरोसिस नामक बीमारी ने अपंग बना दिया है।
लोगों की समस्या को देखते हुए प्रतापपुर में इन टोले के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जलापूर्ति योजना का निर्माण कराया गया है। मगर पाइप लाइन में खराबी, बिजली की अनुपलब्धता के कारण लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो सका है। कुछ दिनों तक टैंकर से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था कराई गई थी मगर अब वह भी बंद कर दिया गया है।
ग्रामीण लाचार हैं। बार-बार अपनी समस्या से लोगों को अवगत कराते हैं। पदाधिकारियों से संपर्क करते हैं। मगर इसका समुचित समाधान अभी तक नहीं हो सका है। इस संबंध में समाजसेवी मोहन राम का कहना है कि फ्लोराइड युक्त पानी पीने के कारण गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अभी तक 4 दर्जन से अधिक लोग अपनी जान गवां चुके हैं। बहुत से लोग बीमारी के कारण बिस्तर पर पड़े हुए हैं। कई लोग दिव्यांग हो चुके हैं।
हमने प्रशासन से व्हीलचेयर व अन्य उपकरण की मांग की है, मगर हमें यह उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। लोगों का इलाज समुचित रूप से हो, इसकी व्यवस्था भी नहीं की जा रही है। इसके कारण हम अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। नई जलापूर्ति योजना का निर्माण भी हो रहा है, मगर वह भी सुस्ती से हो रहा है। जलापूर्ति योजना का हमें कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
यदि यही स्थिति रही तो हमें फ्लोरोसिस बीमारी नामक दानव पूरी तरह से निकल जाएगा। सरकार इस पर ध्यान दे। टोले में बिजली की व्यवस्था नहीं होने के कारण भी लोग परेशान हैं। खंभे लगा दिए गए हैं, मगर अभी तक बिजली चालू नहीं हो सकी है। इस टोले के लोग पूरी तरह आदिम युग में जीने को विवश हैं। लोगों में आक्रोश व्याप्त है।