झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव आज लोहरदगा में,धोती-साड़ी वितरण योजना की करेंगे शुरुआत
झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री सह स्थानीय विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव शनिवार को लोहरदगा जिले के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। मंत्री सोना-सोबरन धोती-साड़ी वितरण योजना 2020-21 का शुभारंभ करेंगे। मंत्री जन समस्याओं को सुनेंगे।
लोहरदगा, जासं। झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री सह स्थानीय विधायक डॉ. रामेश्वर उरांव शनिवार को लोहरदगा जिले के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में मंत्री सोना-सोबरन, धोती-साड़ी वितरण योजना 2020-21 का शुभारंभ करेंगे। मंत्री का पहला कार्यक्रम लोहरदगा जिला अंतर्गत कुडू प्रखंड मुख्यालय में होगा। इसके बाद वे किस्को प्रखंड मुख्यालय में धोती-साड़ी वितरण कार्यक्रम में भाग लेंगे। कार्यक्रम के तीसरा और अंतिम चरण में मंत्री सदर प्रखंड परिसर स्थित नगर भवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। मंत्री के कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन की ओर से आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। मंत्री के लोहरदगा आगमन और कार्यक्रम को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ता भी अपनी ओर से तैयारी में हैं। इधर कांग्रेसी कार्यकर्ता लोहरदगा में मंत्री से मुलाकात कर जिले के विकास की भी जानकारी देंगे। इस दौरान मंत्री डा. रामेश्वर उरांव जन समस्याओं को सुनेंगे। संबंधित अधिकारियों को समस्या दूर करने का निर्देश भी देंगे। बता दें कि राज्य सरकार की महत्वपूर्ण सोना-सोबरन, धोती-साड़ी वितरण योजना 2020-21 का शुभारंभ के लिए झारखंड सरकार के खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग, योजना-सह- वित्त विभाग, वाणिज्यकर विभाग के मंत्री डा. रामेश्वर उरांव लोहरदगा पहुंच रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था सहित तमाम व्यवस्थाओं को लेकर संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं। राज सरकार की यह महत्वपूर्ण योजना लोहरदगा जिले के लिए काफी कारगर साबित हो सकती है। महज दस रुपये में धोती-साड़ी वितरण की योजना आम लोगों के लिए प्रभावी साबित हो सकती है। ऐसे में कार्यकर्ताओं की ओर से भी कार्यक्रम को लेकर अपनी ओर से तैयारी की गई है।
सरकार की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने का लक्ष्य
कांग्रेस के कार्यकर्ता ने शनिवार की सुबह से ही कार्यक्रम की तैयारी में जुटे रहे। कार्यकर्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर काम किया जा रहा है। लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर सरकार जनकल्याणकारी योजनाएं लागू कर रही है।