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Jharkhand News: सड़कों पर टमाटर फेंक रहे किसान, एक रुपये किलो भी नहीं बेच पा रहे...

Jharkhand News चतरा के गिद्धौर का टमाटर बंगाल महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश उड़ीसा बिहार हरियाणा पंजाब गुजरात दिल्ली के साथ-साथ अन्य बड़े शहरों में जाता था। परंतु इस वर्ष अच्छी उत्पादन होने के बावजूद भी बाहरी व्यापारी नहीं पहुंच पा रहे हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 27 Apr 2021 09:05 AM (IST)Updated: Tue, 27 Apr 2021 09:06 AM (IST)
Jharkhand News: सड़कों पर टमाटर फेंक रहे किसान, एक रुपये किलो भी नहीं बेच पा रहे...
Jharkhand News: चतरा का टमाटर बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, बिहार, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, दिल्ली जाता था।

गिद्धौर (चतरा), [लक्ष्मण दांगी]। Jharkhand News  गिद्धौर के खेतों में आइए और फ्री में टमाटर ले जाइए। यह घोषणा प्रखंड के टमाटर फसल करने वाले किसानों ने कर रखी है। टमाटर का बाजार नहीं होने से किसान खून के आंसू रो रहे हैं। उनकी कमर टूट गई है। टमाटर की फसल कर किसान पूरी तरह से कंगाल बन गए हैं। उनका हाल बेहाल हो गया है। स्थिति ऐसी है कि फ्री टमाटर लेने वाला नहीं मिल रहे हैं। किसान खेत में ही टमाटर छोड़ दे रहे हैं। दर्जनों एकड़ में लगी टमाटर यहां के खेतों में सड़ रहा है।

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किसानों ने टमाटर उत्पादन से पहले कई सपने संजोए थे। उन्हें उम्मीद थी कि टमाटर का बाजार भाव अच्छा रहेगा। लेकिन हुआ उसके विपरीत। एक रुपये किलो भी लेने वाले नहीं मिल रहे हैं। इस वर्ष प्रखंड में टमाटर का उत्पादन काफी अच्छा हुआ है। लेकिन दाम नहीं मिल रहा है। उसका मूल कारण है कि टमाटर बाहर के मार्केटों में जा नही रहा है। कोरोना के कारण बाहर के व्यवसायी नहीं आ रहे हैं। स्थानीय बाजार में उतनी खपत नहीं है।

गिद्धौर के बाजार में एक से दो रुपये प्रति किलो टमाटर बिक रहा है। सिमरातरी के किसान जगदीश दांगी ने बताया कि इस वर्ष करीब 15 कट्ठा में टमाटर की फसल लगाया था। टमाटर बेचकर घर बनाने के साथ-साथ कर्ज चुकता करना का सपना देखा था। परंतु विधाता को कुछ और ही मंजूर था। लागत मूल्य भी निकाल पाना मुश्किल हो रहा है।

गिद्धौर के किसान शिवकुमार दांगी ने कहा कि टमाटर से अच्छी आमदनी होती थी। परंतु इस बार कोरोना ने बाजार को खराब कर दिया। स्थिति यह है कि दुकानदार का कर्जा भी नहीं तोड़ पा रहे हैं। इस वर्ष 10 कट्ठा में टमाटर का फसल लगाया था। इस प्रकार कई किसानों ने टमाटर की खेती की थी। परंतु सारे किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया।

बंगाल से लेकर महाराष्ट्र तक जाता है टमाटर

यह प्रखंड कृषि प्रधान है। यही वजह है कि प्रखंड के अधिकतर किसान टमाटर के साथ साथ अन्य सब्जी उत्पादन में अव्वल रहते हैं। गिद्धौर का टमाटर बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश,उड़ीसा,बिहार, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, दिल्ली के साथ-साथ अन्य बड़े शहरों में जाता था। परंतु इस वर्ष अच्छी उत्पादन होने के बावजूद भी बाहरी व्यापारी नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसका साफ कारण है कोरोना संक्रमण व विभिन्न क्षेत्रों में सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन।जिसके कारण किसानों को काफी नुकसान हो रहा है।

इस वर्ष टमाटर का उत्पादन अच्छा हुआ है। परंतु किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल पाना काफी दुखदाई है। वस्तु स्थिति से उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। मार्गदर्शन मिलने के पश्चात ही किसानों के हित में कुछ किया जा सकता है। मो. नसीमउद्दीन अंसारी, प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी,गिद्धौर।


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