झारखंड के DGP ने चाईबासा के नक्सल प्रभावित पुलिस पिकेट का किया दौरा, नक्सल अभियान का लिया जायजा
Chaibasa West Singhbhum News डीजीपी ने सीआरपीएफ के साथ संयुक्त रूप से उग्रवादियों के विरुद्ध सघन अभियान चलाने के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की l सुरक्षा बलों के साथ संवाद कर उनकी हौसला अफजाई की। इस दौरान ग्रामीणों के बीच धोती-लूंगी आदि का वितरण किया गया।
रांची, राज्य ब्यूरो। Chaibasa West Singhbhum News झारखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) एवं पुलिस महानिरीक्षक नीरज सिन्हा ने आज बुधवार को पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा के टोन्टो थानान्तर्गत घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थित पुलिस पिकेट टोंटों (पालीसाई) का दौरा किया। यहां महानिदेशक ने उग्रवादियों के विरुद्ध वर्तमान में चल रहे अभियान तथा आगे चलने वाले अभियान की समीक्षा की।
डीजीपी ने आसपास के ग्रामीणों के साथ संवाद भी कायम किया और सामुदायिक पुलिसिंग के तहत उनके बीच जरूरत की वस्तुएं वितरित की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश के साथ यह सुझाव भी दिया कि वे ग्रामीणों से संवाद स्थापित करें, उनका विश्वास जीतें, तभी नक्सलियों के विरुद्ध अभियान कारगर होगा। ग्रामीणों से भी अपील की कि जो भी भटके हुए युवा हैं, उन्हें मुख्य धारा में लौटने के लिए प्रेरित करें। हथियार उठाने से किसी का भला नहीं होने वाला है। सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाते हुए ऐसे भटके हुए युवा मुख्य धारा से जुड़कर सम्मान की जिंदगी जी सकते हैं।
डीजीपी के साथ मौके पर एडीजी विशेष शाखा मुरारी लाल मीणा, सीआरपीएफ झारखंड सेक्टर के आइजी डाॅ. महेश्वर दयाल, आइजी अभियान अमोल वी. होमकर, डीआइजी कोल्हान राजीव रंजन सिंह, सीआरपीएफ चाईबासा के डीआइजी परिचालन आशीष शुक्ला, एसपी पश्चिमी सिंहभूम अजय लिंडा आदि मौजूद थे।
डीजीपी ने उग्रवादियों के विरुद्ध चल रहे अभियान की समीक्षा के दौरान अभियान को तेज करने का निर्देश दिया। इसमें सीआरपीएफ के साथ संयुक्त रूप से सघन अभियान चलाने पर विचार विमर्श किया गया है। समीक्षा के बाद डीजीपी ने वहां के मुंडा मानकी व आसपास के आम ग्रामीणों से भी सीधा संवाद किया। ग्रामीणों से उनकी समस्याओं की जानने की कोशिश की। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें मुख्य रूप से पेयजल, बैंक की समस्या, मोबाइल नेटवर्क की समस्या है। डीजीपी ने उन्हें उनकी समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया।
मौके पर सामुदायिक पुलिसिंग के तहत उपस्थित ग्रामीणों के बीच 150 पीस जर्सी, 10 पीस फुटबॉल, 50 पीस धोती, 50 पीस गंजी, 50 पीस साड़ी, 50 पीस लूंगी, 60 पीस गमछा व 100 जोड़ा चप्पल का वितरण किया गया।