साइबर अपराध का ऐसा खेल आपने पहले कभी नहीं देखा होगा, डीजीपी, आयुक्त भी हो चुके हैं शिकार
Jharkhand Cyber Crime साइबर अपराधियों ने झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा का भी फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा था और रुपयों की मांग की थी। साइबर अपराधियों ने उनके मित्र सूची वाले दोस्तों को ही फिर से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजना शुरू कर दिया था।
रांची, राज्य ब्यूरो। साइबर अपराधियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। वे जिसका अकाउंट चाहें बना सकते हैं। अब एक नया मामला सामने आया है, जिसमें साइबर अपराधियों ने मनरेगा की आयुक्त राजेश्वरी बी का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा। फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करते ही साइबर अपराधी ने उक्त फेसबुक अकाउंट के मैसेंजर पर फोन-पे, गूगल-पे के माध्यम से 25 हजार रुपये तक का आग्रह कर दिया। हालांकि, तब तक मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी को भी इसकी सूचना मिल गई। उन्होंने तत्काल अपने फेसबुक वाल पर इससे संबंधित सूचना डालते हुए लोगों को आगाह किया कि उनके नाम का किसी ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बना लिया है और लोगों से रुपये मांग रहा है। राजेश्वरी बी ने लोगों से फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करने और रुपये मांगने पर नहीं देने का अनुरोध किया है।
आयुक्त ने अपने फेसबुक वाल पर सूचना डाल लोगों को किया आगाह
गत वर्ष साइबर अपराधियों ने झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा का भी फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा था और रुपयों की मांग की थी। साइबर अपराधियों ने उनके मित्र सूची वाले दोस्तों को ही फिर से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजना शुरू कर दिया था।
डीजीपी नीरज सिन्हा का भी अपराधियों ने बना दिया था फर्जी फेसबुक अकाउंट
डीजीपी से पहले कोल्हान के तत्कालीन डीआइजी राजीव रंजन सिंह, रांची के उपायुक्त छवि रंजन, बोकारो के पूर्व उपायुक्त मुकेश कुमार, डीएसपी कमल किशोर, डीएसपी नेहालुद्दीन, पूर्व डीएसपी अरविंद कुमार, पुलिस मुख्यालय के इंस्पेक्टर अमरेंद्र कुमार वर्मा, इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद, डेलीमार्केट थानेदार राजेश कुमार सिन्हा, दारोगा अवधेश कुमार, दारोगा मोहन कुमार, सदर थाना के एएसआइ, चतरा के एक विधायक आदि का भी साइबर अपराधियों ने फर्जी फेसबुक आइडी बना दिया था।
मथुरा से पकड़ा गया था डीजीपी का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाने वाला
डीजीपी नीरज सिन्हा का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने वाला दस दिनों के भीतर ही मथुरा से गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तार आरोपित का नाम लियाकत था। लियाकत ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि राजस्थान का अलवर व भरतपुर, हरियाणा का पलवल और उत्तर प्रदेश का मथुरा देश में साइबर अपराध का नया सेंटर बन गया है। फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर मैसेंजर पर रुपये मांगने का मामला सबसे अधिक यहीं से संचालित हो रहा है।