कुख्यात गैंगस्टर अमन साव धराया, पुलिस ने बिहार के कटिहार से दबोचा Ranchi News
Jharkhand Crime News. हजारीबाग के बड़कागांव थाना से फरार हुआ था। इसके बाद से लगातार फरार था। वह रांची के चार कोयला व्यवसायियों की हत्या की तैयारी में था।
रांची, जासं। हजारीबाग जिले के बड़कागांव थाने से वर्ष 2019 के सितंबर माह में फरार हुए कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को रांची पुलिस सहित अन्य जिलों की टीम ने बिहार के कटिहार से दबोच लिया है। उसके साथ अन्य कई अपराधी भी पकड़े गए हैं। हथियार भी मिलने की सूचना है। रांची पुलिस अब अमन साव को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर रांची आएगी।
बताया जा रहा है कि अमन साव फरार होकर पिछले कुछ दिनों से बिहार में ठिकाना बनाए हुए था। इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस के वरीय अधिकारियों के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया और अमन साव को दबोचा गया। बता दें रांची के चार कोयला व्यवसायियों की हत्या की तैयारी के लिए अमन साव ने अपने शूटरों को रांची भेजा था।
व्यसायियों की हत्या के लिए रांची में जुटे पांच शूटरों को पुलिस ने दबोच लिया था। इनके पास से छह पिस्टल, दो रिवाल्वर, दो देशी कट्टा और 43 गोलियां बरामद की गई थी। एक करोड़ की रंगदारी नहीं देने पर चार व्यवसायियों की हत्या की तैयारी थी। पकड़े गए सभी अपराधियों को सोमवार को जेल भेज दिया गया।
इनमें धनबाद जिले के तेतुलमारी थाना क्षेत्र निवासी अभिजीत कुमार सिंह उर्फ सेंटी सिंह, रांची जिले के सिकिदिरी थाना क्षेत्र निवासी अजय कुमार, चुटिया थाना क्षेत्र के पावर हाउस के समीप रहने वाले जगत कुमार उर्फ लक्की उर्फ गोलू, अनगड़ा थाना क्षेत्र के शिवनारायण महतो व रातू थाना क्षेत्र के समीर कुमार बागची उर्फ कल्लू बंगाली शामिल हैं।
गैंगस्टर सुजीत सिन्हा से मिला लिया था हाथ
जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा से रामगढ़ और हजारीबाग में सक्रिय गैंगस्टर अमन साव ने हाथ मिला लिया था। अमन ने सुजीत सिन्हा गैंग में अपने गैंग को पूरी तरह से मर्ज कर लिया है। दोनों में डील हुई है कि सुजीत सिन्हा जेल से गैंग चलाएगा, बाहर अमन साव गिरोह चलाएगा।
गिरोह मर्ज होकर कोयला व्यवसायियों से रंगदारी की वसूली करेगी। सुजीत सिन्हा ने अमन साव को इसलिए मिला लिया है कि उसके जेल में रहने के दौरान कोयलांचल में प्रभाव कम हो रहा था। अब गोलीबारी, रंगदारी की मांग व आपराधिक घटनाएं अमन से कराएगा ताकि वर्चस्व कायम रहे।
इसका खुलासा हाल में चुटिया इलाके से पकड़े गए पांच अपराधियों ने पुलिस की पूछताछ में की है। पूछताछ में अपराधियों ने बताया है कि अमन साव गिरोह अब सुजीत सिन्हा गैंग बन गया है। एक ही गैंग से रंगदारी की वसूली की जाएगी। सुजीत सिन्हा व अमन साव को उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ का भी साथ मिल रहा है।
सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें वायरल करता था अमन साव
अमन साव लगातार सोशल मीडिया पर हथियारों की तस्वीरें वायरल करता था। बड़े-बड़े हथियारों के साथ अक्सर अमन फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सएप सहित अन्य सोशल साइट पर अपनी तस्वीरें और वीडियो वायरल करता था। इसका मकसद युवाओं को भटकाना और गिरोह से जोड़ने का था। पुलिस उसके सोशल मीडिया हैडलिंग पर भी नजर रख रही थी।