फर्जी अधिकारी और खुद को पत्रकार बताने वाले दो लोग हिरासत में, गढ़वा मुखिया से कर रहे थे फर्जीवाड़ा
Jharkhand Crime News झारखंड के गढ़वा में स्वयं को राज्यस्तरीय जांच पदाधिकारी बता रहे हिरासत में लिए गए। दोनों व्यक्ति कभी खुद को जांच अधिकारी तो कभी पत्रकार बता पुलिस को गुमराह करने का हर संभव प्रयास कर रहे थे। विशुनपुरा पंचायत के मुखिया निशाने पर थे।
विशुनपुरा, (गढ़वा), (संवाद सूत्र)। Jharkhand Crime News : झारखंड के गढ़वा प्रखंड के विभिन्न पंचायत में स्वयं को राज्यस्तरीय जांच पदाधिकारी बता रहे दो व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है। ये दोनों व्यक्ति भयादोहन कर रहे थे, जिसे बीडीओ हीरक मन्नान केरकेट्टा के निर्देश पर पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हिरासत में लिए गए दोनों व्यक्ति कभी खुद को जांच अधिकारी, तो कभी पत्रकार बता पुलिस को गुमराह करने का हर संभव प्रयास करते देखे गए।
संदिग्ध गतिविधि देख हुई आशंका
जानकारी के अनुसार मंगलवार को विशुनपुरा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि बलराम पासवान एवं पंचायत सचिव जगदीश राम के पास हिरासत में लिए गए। दोनों ने फोन से बात कर मिलने के लिए पंचायत सचिवालय बुलाया था।
इसके बाद पंचायत में हुए कार्यों की जांच करने की बात कही। इस दौरान उनलोगों के द्वारा मुखिया के कुर्सी पर बैठने के बाद बलराम पासवान को उन दोनों की संदिग्ध गतिविधि को देख कुछ आशंका हुई।
खुद को समय चक्र टाइम्स का बिहार संवाददाता बताया
मुखिया प्रतिनिधि ने अन्य मुखिया से मिलने की बात कह कर फर्जी पदाधिकारी सह पत्रकारों को प्रखंड कार्यालय में चलकर बात करने की बात कही। इस दौरान बलराम से केंद्र की योजनाओं का लेखा जोखा एवं खर्च का हिसाब भी मांगा गया। इसी बीच बिशुनपुरा बीडीओ हीरक मन्नान केरकेट्टा ने दोनों से पूछताछ किया।
इस दौरान दोनों ने बीडीओ को उनके सवालों का जवाब नहीं दिया। खुद को घिरते देख दोनों खुद को समय चक्र टाइम्स का बिहार संवाददाता बताया। तो कभी रांची से आए सरकार का वरीय पदाधिकारी। इसके बाद बिशुनपुरा पुलिस को सूचना दी गई।
मुखिया एवं अधिकारियों से संपर्क कर भयादोहन करने की थी तैयारी
तत्पश्चात पुलिस ने मौके पर पहुंच जयनारायण पाठक, विष्णु सिंह दोनों ग्राम चंदौली, उत्तरप्रदेश निवासी को को हिरासत में ले थाना ले गई। साथ ही इनके पास से होंडा सिटी कार यूपी 67पी 8355 को जब्त की है। पुलिस ने दोनों के पास से दो मोबाइल एवं डायरी बरामद की है।
डायरी में गढ़वा जिले के सभी बीडीओ का नंबर,पंचायत की संख्या एव उनका लोकेशन लिखा हुआ है। जानकारी के अनुसार इन लोगो के द्वारा इसके पूर्व रंका एवं रमना बीडीओ के अलावे जिले के कई मुखिया एवं अधिकारियों से संपर्क कर भयादोहन करने की तैयारी थी।
पत्रकारिता और प्रशासन को बदनाम करने की साजिश
हीरक मन्नान केरकेटा ने बताया कि ऐसी घटना किसी भी सूरत में बर्दास्त योग्य नहीं है। यह पत्रकारिता और प्रशासन को बदनाम करने की साजिश है। इस तरह के कृत्य से विकास भी अवरुद्ध होता है। इस मामले में मामले में थाना को प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष, पंचायत सचिव, मुखिया प्रतिनिधि एव ग्रामीणों की ओर से करवाई के लिए आवेदन दी गई है। शुरुआती जांच में उक्त दोनों द्वारा जिले के रमना प्रखंड के टंडवा पंचायत के मुखिया गुलाम अली से 6000, विसुनपुरा मुखिया से सात हजार तथा डांडाई प्रखंड के सोनेहरा के कूप निमार्ण योजना के लाभुक सन्तोष यादव से दस हजार दो सौ रुपए वसूली की पुष्टि हुई है।