Good News: झारखंड में तेजी से सुधर रहे हालात, पस्त पड़ा कोरोना, मौतें कम-87% संक्रमित स्वस्थ
Jharkhand Coronavirus Cases Update झारखंड में कोरोना का संक्रमण लगातार घट रहा है। लगातार आठ दिनों से नए संक्रमित मिलने से अधिक पुराने मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। इससे रिकवरी रेट में भी लगातार सुधार हो रहा है। अब यह दर बढ़कर 87 फीसद हो गई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Coronavirus Cases Update झारखंड में कोरोना का संक्रमण लगातार घट रहा है। लगातार आठ दिनों से नए संक्रमित मिलने से अधिक पुराने मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। इससे रिकवरी रेट में भी लगातार सुधार हो रहा है। अब यह दर बढ़कर 87 फीसद हो गई है। एक समय यह दर राज्य में घटकर 74 फीसद हो गई थी। नए संक्रमित से अधिक पुराने मरीजों के स्वस्थ होने से राज्य में एक्टिव केस की संख्या घटकर अब लगभग 36 हजार हो गई है। एक समय राज्य में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 61 हजार हो गई थी।
इधर, सोमवार को भी कई जिलों में नए संक्रमित मिलने से अधिक पुराने मरीज स्वस्थ हुए। पलामू में 137, रामगढ़ में 119, गढ़वा में 81, सिमडेगा में 81, सरायकेला में 52, लोहरदगा में 41, गोड्डा में 32, दुमका में 17 नए मरीज मिले। जबकि पलामू में 197, रामगढ़ में 286, गढ़वा में 26, सिमडेगा में 109, सरायकेला में 92, लोहरदगा में 105, गोड्डा में 24, दुमका में 73 मरीज स्वस्थ हुए। इधर, गढ़वा में तीन, रामगढ़ में दो, सरायकेला व पलामू में एक-एक मरीज की मौत इलाज के क्रम में हो गई।
कोरोना संक्रमिताें की पहचान के लिए मेगा हेल्थ सर्वे कराएगी सरकार
राज्य के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में संभावित कोरोना संक्रमित की पहचान के लिए सरकार मेगा हेल्थ सर्वे कराएगी। 19 से 25 मई तक चलनेवाले इस जांच अभियान में स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लोगों की स्वास्थ्य जांच करेंगे। जांच में कोरोना के लक्षण पाए जाने पर उनकी रैपिड एंटीजन टेस्ट से कोरोना की जांच कराई जाएगी। विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने इसे लेकर सभी उपायुक्तों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
मेगा हेल्थ सर्वे में लगभग एक लाख स्वास्थ्य कर्मी लगाए जाएंगे। इनमें सहिया, एएनएम व अन्य कर्मी शामिल हैं। इस अभियान में खासकर बीमारों, 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों एवं बच्चों की विशेष रूप से जांच करने को कहा गया है। साथ ही दूसरे राज्यों से लौटे लोगों एवं प्रवासी मजदूरों को भी जांच में प्राथमिकता दी जाएगी। सहिया व एएनएम स्वास्थ्य जांच के बाद अपनी रिपोर्ट सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों के माध्यम से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को देंगी।
जिसके आधार पर किसी व्यक्ति के बीमार होने या कोरोना होने पर आवश्यक उपचार की व्यवस्था की जाएगी। मेगा हेल्थ सर्वे में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह अनुपालन कराने के भी निर्देश दिए गए हैं। कहा जा रहा है कि मेगा हेल्थ सर्वे से न केवल संक्रमितों की पहचान हो सकेगी, बल्कि विभिन्न कारणों से हुई लोगों की मौत की भी जानकारी सरकार को मिल पाएगी।