अलपूजा एक्सप्रेस से उतरे यात्रियों का नहीं हुआ कोविड-19 जांच, झारखंड का जांच के मामले में ये हाल
Jharkhand Corona Update अभी अभी मिली जानकारी के अनुसार रांची रेलवे स्टेशन पर पहुंची अलपूजा एक्सप्रेस के यात्रियों का कोरोना जांच नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 20 जनवरी तक शत-प्रतिशत वयस्कों का टीकाकरण का लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग को दिया था।
रांची, डिजिटल डेस्क। Jharkhand Corona Update : अभी अभी मिली जानकारी के अनुसार रांची रेलवे स्टेशन पर पहुंची अलपूजा एक्सप्रेस के यात्रियों का कोरोना जांच नहीं हुआ है। कोरोना जांच को लेकर रांची रेलवे स्टेशन पर बड़े-बड़े पोस्टर लगा कर रखे हैं। लेकिन, अभी जो ट्रेन अलपूजा एक्सप्रेस पहुंची है, उससे उतरे यात्रियों का कोविड-19 जांच नहीं हुआ है। ये माना जा सकता है कि 'हाथी के दांत दिखाने के कुछ और, खाने के कुछ और'। मतलब कि सिर्फ पोस्टर है, जांच हो ही नहीं रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 20 जनवरी तक शत-प्रतिशत वयस्कों का टीकाकरण का लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग को दिया था। उन्होंने इस तिथि तक कम से कम पहली डोज सभी लोगों को लगाने को कहा था।
83 प्रतिशत लोगों को पहला डोज, 52 प्रतिशत वयस्कों को दोनों डोज
भले ही राज्य में 83 प्रतिशत को पहली डोज का टीका लग सका है। इनमें से तीन जिले ऐसे हैं जहां 90 प्रतिशत या इससे अधिक वयस्कों को पहली डोज का टीका लग चुका है। पूर्वी सिंहभूम में सबसे अधिक 95, बोकारो में 93 तथा खूंटी में 90 प्रतिशत को पहली डोज का टीका लग चुका है। दूसरी तरफ, झारखंड के सात जिलों में 80 प्रतिशत से कम वयस्कों को पहली डोज का टीका लग सका है। इनमें चतरा, धनबाद, गढ़वा, गिरिडीह, गोड्डा, पलामू तथा सिमडेगा शामिल है।
बता दें कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए लक्ष्य को पूरा करने के लिए सभी जिलों में 15 दिसंबर से टीका महाअभियान चलाया गया। इसमेें प्रति सप्ताह अधिक टीकाकरण करनेवाले प्रखंडों की रैंकिंग भी की गई। हालांकि इस महाअभियान में प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक टीकाकरण हुआ।
पहली डोज के टीकाकरण में ये जिले पीछे
जिला पहली डोज का टीकाकरण प्रतिशत
- चतरा 78
- गढ़वा 78
- सिमडेगा 78
- पलामू 77
- धनबाद 75
- गोड्डा 75
- गिरिडीह 73
टीकाकरण की गति में काफी तेजी आई है : स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का कहना है कि टीकाकरण की गति में काफी तेजी आई है। शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को पाने के लिए गांव-गांव में मोबाइल वैन भेजकर टीकाकरण किया जा रहा है, जिससे झारखंड टीकाकरण में लगातार आगे बढ़ रहा है। हम शीघ्र ही लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे।