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Jharkhand Coronavirus Cases News: श्‍मशान घाट में लाशों की कतार, अस्‍पताल में बेड के लिए हाहाकार...

Jharkhand Ranchi Covid Crisis रांची के अस्‍पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड को लेकर हाहकार मचा है। एक तो रांची में संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत अधिक है वहीं दूसरे जिलों से गंभीर मरीजों को रेफर करने से रांची के अस्पतालों के बेड भर गए हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 07:02 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 01:48 PM (IST)
Jharkhand Coronavirus Cases News: श्‍मशान घाट में लाशों की कतार, अस्‍पताल में बेड के लिए हाहाकार...
Jharkhand Ranchi Covid Crisis: रांची के अस्‍पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड को लेकर हाहकार मचा है।

रांची, जागरण ब्यूरो। Jharkhand Ranchi Covid Crisis एक ओर रांची में बेड को लेकर हाहकार मचा है, दूसरी तरफ जिलों के सरकारी अस्पतालों में अधिसंख्य बेड खाली हैं। कई जिलों में तो शत-प्रतिशत बेड खाली हैं, जबकि वहां भी बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज हैं। एक तो रांची में संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत अधिक है, वहीं, दूसरे जिलों से थोड़े से भी गंभीर मरीजों को यहां रेफर कर दिए जाने से रांची के अधिसंख्य अस्पतालों के बेड भर गए हैं।

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स्वास्थ्य विभाग को विभिन्न जिलों से प्राप्त बेड तथा मरीजों के आंकड़ों के अनुसार, राज्य के आठ जिले के कोविड केयर सेंटर में 11 अप्रैल तक शत-प्रतिशत बेड खाली थे। इनमें सरायकेला, खरसासावां, साहिबगंज, रामगढ़, लोहरदगा, लातेहार, कोडरमा, खूंटी तथा बोकारो शामिल हैं। इन कोविड केयर सेंटरों में सामान्य लक्षण वाले मरीजों का इलाज होना है।

जिला कोविड हेल्थ सेंटरों की बात करें तो रांची में जहां सौ फीसद तथा हजारीबाग में 57 फीसद बेड भरे हैं वहीं, सिमडेगा, सरायकेला खरसावां, रामगढ़, पलामू, पाकुड़, गिरिडीह, देवघर, चतरा तथा बोकारो के अधिसंख्य बेड खाली हैं। इनमें माइल्ड मरीजों का इलाज होना है। डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की बात करें तो हजारीबाग में 77 फीसद, रांची में 72 फीसद, धनबाद में 41 फीसद तथा पूर्वी सिंहभम में 27 फीसद बेड भरे हैं।

ऐसा नहीं है कि जिन जिलों में अधिसंख्य या शत-प्रतिशत बेड खाली हैं वहां कोरोना के संक्रमित मरीज नहीं हैं। उन जिलों में भी बड़ी संख्या में संक्रमित हैं, जिनमें कई गंभीर भी हैं। लेकिन इनमें से अधिसंख्य या तो होम आइसोलेशन में हैं या रेफर होकर रांची या अन्य शहरों में चले गए हैं। कहा जा रहा है कि इन जिलों के सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं नहीं होने से भी मरीज वहां भर्ती होना नहीं चाहते। वहीं, होम आइसोलेशन में रहने जहां मरीजों की स्थिति बिगड़ने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं, रांची रेफर करने से यहां के अस्पतालों पर अधिक लोड बढ़ गया है। रांची के रिम्स या सदर अस्पताल में ही दूसरे जिले के कई ऐसे मरीज भर्ती हैं जिनका वहां भी इलाज हाे सकता था।

चार जिलों के प्राइवेट अस्पतालों को छोड़कर सभी में बेड खाली

स्वास्थ्य विभाग को 11 अप्रैल तक मिले आंकड़ों की मानें तो सिर्फ चार जिलों के प्राइवेट अस्पतालों में ही कोरोना मरीज भर्ती हैं। बीस जिलों के प्राइवेट अस्पतालों में कोई मरीज भर्ती नहीं है। रांची के प्राइवेट अस्पतालों में 79 फीसद, रामगढ़ में 67 फीसद , पूर्वी सिंहभूम में 32 फीसद तथा पश्चिमी सिंहभूम में 22 फीसद बेड भरे हैं।

सौ से अधिक मरीज लेकिन बेड खाली

जिला - संक्रमित मरीज - खाली बेड (प्रतिशत)

  • लोहरदगा 176 100
  • सरायकेला खरसावां 95 100
  • खूंटी 339 100
  • लातेहार 236 100

नोट : कमोबेश यही स्थिति नौ-दस जिलों की है। बेड के आंकड़े 11 अप्रैल तक के हैं।


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