राहुल गांधी के निर्देश के बाद डॉ अजय चुनाव के लिए छोड़ सकते हैं कांग्रेस अध्यक्ष पद
Dr. Ajoy Kumar. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार की पद छोड़ने की सुगबुगाहट के बीच झारखंड कांग्रेस में एक बार फिर नए अध्यक्ष को लेकर हलचल शुरू हो गई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। लोकसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश अध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें चुनाव लड़ाना चाहिए न कि लडऩा। मकसद यह था कि ऐसे लोग अपनी सीट पर फंसकर रह जाएंगे और प्रदेश का कामकाज नहीं देख पाएंगे। ऐसे में उत्तर प्रदेश से राज बब्बर और झारखंड से डॉ. अजय कुमार दो ऐसे उम्मीदवार हैं जो चुनाव के लिए तैयारी कर चुके हैं और अध्यक्ष पद भी छोड़ सकते हैं। इस चर्चा के साथ ही कांग्रेस में नए अध्यक्ष को लेकर लामबंदी भी शुरू हो गई है। प्रदेश के कई नेता अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं और इनमें उनके नाम आगे हैं जिन्होंने फिलहाल चुनाव लडऩे की तैयारी नहीं की थी।
बाबूलाल से घंटे भर की गुफ्तगू के बाद बदले बंधु के सुर
गोड्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र को लेकर राजा के लिए बलि का बकरा बनने की नसीहत देने वाले झाविमो के महासचिव बंधु तिर्की के सुर रविवार को बदले-बदले से नजर आए। रविवार की शाम पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी से लगभग एक घंटे की गुफ्तगू के बाद निकले बंधु ने दो टूक कहा कि सब की एक ही चाहत है कि महागठबंधन पर कोई आंच न आए।बाबूलाल सर्वमान्य और सुलझे हुए नेता हैं, बीच का रास्ता निकल आएगा।
यह पूछने पर कि पार्टी के प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने गोड्डा से चुनाव लडऩे की साफ-साफ घोषणा कर दी है, इधर कांग्रेस भी सीट छोडऩे के मूड में नहीं दिख रहा। जहां तक बाबूलाल मरांडी की बात है वे स्वयं सीटों के बंटवारे से असंतुष्ट हैं और सीट नहीं मिलने पर महागठबंधन में नहीं रहने की बात कह रहे हैं। इस पर बंधु ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत विचार हो सकता है। इससे इतर पार्टी स्तर पर कार्यकर्ताओं के विचार भी सुने जाने चाहिए, निर्णय तो बाबूलाल ही लेंगे।