ढुलू महतो को राहत दिलाने को सरकारी तंत्र ने कमजोर कर दिया केस, कांग्रेस का सनसनीखेज आरोप
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि विपक्षी विधायकों प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को प्रताडि़त करने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। जबकि इस तरह के मामले में अमित महतो विधायकी गंवा चुके हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने आरोप लगाया है कि ढुलू के खिलाफ मामले को सरकारी तंत्र ने कमजोर कर दिया और इसी कारण उन्हें कोर्ट से कम सजा मिली है। झारखंड के लोग अभी तक नहीं भूले हैं कि सरकार केस दर्ज होने में भी बाधा उत्पन्न कर रही थी। कानून का राज कायम करने और सभी को न्याय दिलाने के दावे के मामले में सरकार की पोल खुल गई।
मुख्यमंत्री रघुवर दास और सरकार का नजरिया आरोपियों पर कार्रवाई के लिए अलग-अलग है। राज्य सरकार एक ओर राजनीति में आपराधिक छवि और दागी लोगों को बढ़ावा देने का काम कर रही है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी नेताओं को येन केन प्रकारेण राजनीतिक विद्वेष की भावना से फंसाने तथा प्रताडि़त करने की कोशिश की जा रही है।
लाल किशोर शाहदेव ने कहा कि झारखंड हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद पूर्व सांसद रवींद्र पांडेय और बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी, लेकिन उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई नहीं हो रही है। दूसरी तरफ झारखंड विकास मोर्चा विधायक प्रदीप यादव पर प्राथमिकी दर्ज होते ही गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें कोर्ट से बेल लेना पड़ा।
जिस मामले में ढुलू महतो को 18 माह की सजा हुई है, उसी तरह के मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक अमित महतो को विधायकी गंवानी पड़ी। वहीं विपक्ष के नेता बंधु तिर्की एक मामले को लेकर अदालत परिसर गये थे, वहां से उनकी गिरफ्तारी की गई।