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CM हेमंत ने PM मोदी से कहा, हम अभिभावक मानने को तैयार, लेकिन आप हमारी सुनते नहीं...

Jharkhand CM Hemant Soren झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। कहा कि केंद्र संयुक्त रूप से महामारी की चुनौतियों का सामना करने के बजाय राजनीति कर रहा है। ऐसे माहौल में प्रधानमंत्री मोदी सभी राज्यों को साथ लेकर चलें।

By Alok ShahiEdited By: Published: Mon, 31 May 2021 02:45 AM (IST)Updated: Mon, 31 May 2021 05:55 AM (IST)
CM हेमंत ने PM मोदी से कहा, हम अभिभावक मानने को तैयार, लेकिन आप हमारी सुनते नहीं...
Jharkhand CM Hemant Soren: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand CM Hemant Soren झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि संक्रमण का यह काल केंद्र के स्तर से राजनीति करने का वक्त नहीं है। ऐसे माहौल में संयुक्त रूप से महामारी की चुनौतियों का सामना करने की तैयार करनी चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि एक ऐसे समय में राजनीति की जा रही है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राज्यों को साथ लेकर तूफान से मुकाबला करना चाहिए था। सोरेन ने कहा कि यह वक्त पैर खींचने का नहीं है, एक साथ तूफान का सामना करने का है। लेकिन, आप (केंद्र) समुद्र के बीच में लड़ाई लड़ेंगे तो हम (राज्य) भी डूब जाएंगे।

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एक समाचार एजेंसी से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी केंद्र और राज्य के बीच उचित समन्वय का वक्त है लेकिन प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग में डीएम और डीसी से बात करते हैं, लेकिन मुख्यमंत्रियों से नहीं। संघीय व्यवस्था में आप राज्य के मुख्यमंत्रियों को स्वीकार नहीं करते, ऐसी मिसाल 70 साल में कभी नहीं बनाई गई। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि पिछली बार केंद्र सरकार ने लाखों गरीब लोगों और असहाय व प्रवासी श्रमिकों के लिए व्यवस्था किए बगैर लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इस कारण से कई लोगों की जान गई। अब आप लॉकडाउन नहीं लगाने की बात कह रहे हैं जो कि कई मौतों का कारण बनता।

वैक्सीन के वितरण पर उन्होंने कहा कि 18 से 44 वर्ष के लोगों के लिए बमुश्किल दो-तीन दिनों का डोज बचा है। झारखंड देश की आवश्यकता के हिसाब से 34 फीसद ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है लेकिन हमें अपनी आवश्यकताओं के लिए हाथ जोड़ने पड़ रहे हैं। इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पत्र लिखने को कहा था। हम केंद्र को अभिभावक मानने को तैयार हैं लेकिन जब आपने झारखंड के ऑक्सीजन प्लांट्स को नियंत्रण में लिया है तो पहली प्राथमिकता हमें मिलनी चाहिए थी।

वैक्सीन की बर्बादी संबंधी आरोपों पर कहा कि केंद्र की ओर से जारी आंकड़ा वास्तविकता की तुलना में कहीं अधिक था। 27 मई को केंद्र से रिकॉर्ड सुधारने को पत्र लिखा जिसके बाद आंकड़े सुधारे गए। काेविन पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया जटिल प्रक्रिया है। झारखंड में डिजिटल साक्षरता की कमी है और हमने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एक अलग एप बनवाया है जिसका इस्तेमाल वैक्सीन के निबंधन के लिए करना चाहते हैं। सोरेन ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं को आंकड़ों को विकृत कर पेश करने में महारत हासिल है।


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