Jharkhand Free Corona Vaccine: झारखंड CM हेमंत का बड़ा फैसला, फ्री वैक्सीन के लिए 250 करोड़
Jharkhand Free Vaccine झारखंड में 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी राज्य प्राधिकृत समिति को इसके लिए अधिकृत कर दिया गया है। 250 करोड़ रुपये की निकासी आकस्मिकता फंड से की जा सकेगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Free Vaccine स्वास्थ्य विभाग की पहल पर राज्य में 18 वर्ष से अधिक के लोगों को टीका देने के लिए टीका खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बनी राज्य प्राधिकृत समिति को इसके लिए अधिकृत कर दिया गया है। एडवांस में 250 करोड़ रुपये की निकासी आकस्मिकता फंड से की जा सकेगी। इसे मुख्यमंत्री और कैबिनेट की अनुमति के लिए भेजा जाएगा। इस प्रक्रिया में एक-दो दिन लग जाएंगे और फिर दवा कंपनियों को आपूर्ति के लिए आदेश दिया जाएगा। राज्य के वित्त मंत्री डा. रामेश्वर उरांव के अनुसार सरकार की प्राथमिकता सभी का टीकाकरण है। जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की ओर से पचास लाख टीका का आदेश दिया गया है। स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक सरकार कोवैक्सीन और कोविशिल्ड का 25-25 लाख टीका खरीदारी करने जा रही है।
झारखंड में पुलिस वाले भी करेंगे बीमार की देखभाल
राज्य में अब पुलिस के जवान भी कोरोना संक्रमितों की देखभाल में लगाए जाएंगे। इसकी शुरूआत हो चुकी है। रिम्स में इंडियन रिजर्व बटालियन (आइआरबी) के 100 जवानों को विधि-व्यवस्था ड्यूटी में लगाया गया है। जवानों को अपने कर्तव्य के अलावा मेडिकल संबंधित प्रशिक्षण भी दिया गया है, जैसे ऑक्सीजन पाइप लगाना और किसी गंभीर मरीज को फर्स्ट एड देना आदि। पुलिस का यह अभ्यास जारी है।
संक्रमित पुलिसकर्मियों के लिए जगन्नाथपुर के कुट्टे स्थित विस्थापित कॉलोनी में कोविड आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है, जहां मेडिकल के डॉक्टर व पारा मेडिकल स्टॉफ के अलावा झारखंड पुलिस के प्रशिक्षित पुलिसकर्मी और सैप के प्रशिक्षित जवानों को भी कोरोना संक्रमितों के इलाज में लगाया गया है। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को भी इससे संबंधित आदेश जारी किया है।
खासकर जमशेदपुर व धनबाद में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या तेज रफ्तार से बढ़ती जा रही है। ऐसी स्थिति में जब मेडिकल डॉक्टर व कर्मी संक्रमित हो जाएंगे तो यही जवान मरीजों की देखभाल में जुट जाएंगे। पूर्व में यातायात पुलिस के जवानों को फर्स्ट एड का प्रशिक्षण दिया गया था ताकि कोई सड़क हादसे में जख्मी हो जाए तो वहां तैनात पुलिसकर्मी उसका प्राथमिक उपचार कर सके।
एसोसिएशन ने फिर की 50 लाख रुपये के बीमा की मांग
झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन ने पुलिसकर्मियों को कोरोना ड्यूटी में लगाए जाने के बाद एक बार फिर 50 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य बीमा की मांग की है। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष राकेश कुमार पांडेय ने मुख्यमंत्री से यह मांग की है। अब तक कोरोना वायरस से 19 पुलिसकर्मियों-पदाधिकारियों की जान जा चुकी है।