Jharkhand: आपका 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ, सरकार लेने जा रही बड़ा फैसला...
Hemant Soren Jharkhand News मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि सरकार राज्य में आरक्षण की सीमा 50 फीसद से बढ़ाने के पक्ष में है। राज्य सरकार आरक्षण की सीमा 50 फीसद से बढ़ाने का पक्ष सर्वोच्च न्यायालय में रखने जा रही है। 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ होगा।
रांची, राज्य ब्यूरो। Hemant Soren, Jharkhand News झारखंड के लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है। यहां के निवासियों के 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ होंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को विधानसभा को आश्वस्त किया कि 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ करने की कार्रवाई राज्य में शीघ्र पूरी कर ली जाएगी। इसे लेकर ऊर्जा विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली बिल की समस्या उनके संज्ञान में भी है। आम लोगों के हित में उन्हें राहत देने का निर्णय सरकार शीघ्र लेगी। इससे पहले विधायक स्टीफन मरांडी ने बिजली बिल माफ करने की मांग उठाते हुए कहा कि इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को सदन में कहा कि राज्य सरकार राज्य में आरक्षण की सीमा 50 फीसद से बढ़ाने के पक्ष में है। सर्वोच्च न्यायालय ने मराठा आरक्षण के मामले में सभी राज्यों से अपना पक्ष मांगा है। राज्य सरकार आरक्षण की सीमा 50 फीसद से बढ़ाने का पक्ष सर्वोच्च न्यायालय में रखने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ राज्यों द्वारा आरक्षण सीमा बढ़ाने पर सर्वोच्च न्यायालय ने उसे निरस्त कर दिया है। कुछ राज्य सर्वोच्च न्यायालय भी गए हैं, जहां यह मामला अभी भी विचाराधीन है।
सर्वोच्च न्यायालय ने स्वयं भी संज्ञान लेकर सभी राज्यों से इसपर पक्ष मांगा है। इससे पहले विधायक प्रदीप यादव ने मुख्यमंत्री से पूछा कि निजी क्षेत्र में राज्य सरकार 75 फीसद आरक्षण देने का निर्णय लिया है। यहां 50 फीसद आरक्षण पहले से लागू है। यह 75 फीसद आरक्षण शेष 50 फीसद पदों पर लागू होगा या नहीं। उन्होंने सरकारी क्षेत्र में भी आरक्षण की सीमा 50 फीसद से अधिक बढ़ाने की मांग भी उठाई।
भूख हड़ताल पर बैठे लंबोदर महतो
विधानसभा परिसर में शुक्रवार को भूख हड़ताल पर बैठे आजसू पार्टी के गोमिया विधायक डा. लंबोदर महतो को स्पीकर के निर्देश पर मंत्री चंपाई सोरेन व विधायक बिरंची नारायण ने मनाया और उन्हें लेकर सदन में पहुंचे। विधायक लंबोदर महतो ने सदन में दिए गए आश्वासन का अनुपालन नहीं होने, सदन की अवमानना करने, सरकार के पदाधिकारियों के उदासीन, संवेदनहीन, लापरवाह व हठधर्मी होने का आरोप लगाकर विधानसभा परिसर में शुक्रवार को भूख हड़ताल शुरू की थी।
अल्प सूचित प्रश्न के दौरान बिरांची नारायण ने आसन का ध्यान आकृष्ट कराया कि अपने सदस्य लंबोदर महतो भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। इसके बाद ही स्पीकर ने मंत्री चंपाई सोरेन व विधायक विरंची नारायण को निर्देश दिया कि वे उन्हें मनाकर सदन में लाएं।