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हेमंत सरकार ने पूर्व मंत्री सीपी सिंह की सुरक्षा छीनी, डीजीपी को लिखा- थैंक्स फॉर रिवेंज

Jharkhand Politics झारखंड में सत्ता पक्ष और विपक्ष की तल्खी चरम पर है। ऐसे में वरिष्ठ विधायक सीपी सिंह की सुरक्षा वापस लिए जाने से सरकार से तल्खी और बढ़ेगी। सीपी सिंह पांच बार के विधायक व पूर्व मंत्री रहने के साथ-साथ विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Thu, 14 Jan 2021 04:12 AM (IST)Updated: Thu, 14 Jan 2021 04:12 AM (IST)
हेमंत सरकार ने पूर्व मंत्री सीपी सिंह की सुरक्षा छीनी, डीजीपी को लिखा- थैंक्स फॉर रिवेंज
सीपी सिंह पांच बार के विधायक व पूर्व मंत्री रहने के साथ-साथ विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Politics राज्य सरकार ने पूर्व मंत्री सीपी सिंह की सुरक्षा छीन ली है। सरकार के आदेश पर रांची पुलिस ने सीपी सिंह के आवास पर तैनात हाउस गार्डों की टीम को बुधवार देर रात वापस बुला लिया। इस टीम में चार जवान व एक हवलदार थे। हाउस गार्ड वापस बुलाए जाने के बाद सीपी सिंह ने डीजीपी एमवी राव को एक मैसेज किया, जिसमें लिखा था -  थैंक्स फॉर रिवेंज। इस मामले में रांची पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते रहे। सीपी सिंह के यहां पिछले 17 साल से हाउस गार्ड तैनात थे। उस वक्त डोमिसाइल आंदोलन को देखते हुए उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई थी, जिसे लगातार जारी रखा गया। बुधवार देर रात अचानक उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई।

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पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि बुधवार की रात करीब साढ़े नौ बजे उनके आवास के पास एक वज्र वाहन आकर रुका। तब हाउस गार्ड के जवान खाना बना रहे थे। वज्रवाहन में तैनात जवानों ने खाना बना रहे हाउस गार्ड के जवानों को खाना भी नहीं खाने दिया और वज्र वाहन मं बैठाकर अपने साथ लेकर चले गए। इस घटना के बाद सीपी सिंह आक्रोशित थे। उन्होंने कहा कि डीजीपी के आयरन हैंड की शुरुआत उन्हीं से हुई है। यह सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। इस घटना से राज्य में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव और बढऩे की संभावना दिख रही है।

बता दें कि मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने महिलाओं से बढ़ते दुष्कर्म के मामले, विधि-व्यवस्था व अन्य मामलों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। प्रखंड स्तर पर धरना प्रदर्शन के साथ-साथ भाजपा के पूर्व मंत्री विभागवार प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार की नाकामियां बिंदुवार गिना रहे हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष की तल्खी चरम पर है। ऐसे में वरिष्ठ विधायक सीपी सिंह की सुरक्षा वापस लिए जाने से सरकार से तल्खी और बढ़ेगी। सीपी सिंह पांच बार के विधायक व पूर्व मंत्री रहने के साथ-साथ विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। सरकार की नाकामियां गिनाने की शुरुआत भी इन्होंने ही की थी।


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