झारखंड चैंबर के नए अध्यक्ष धीरज तनेजा बोले, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर समन्वय बनाना प्राथमिकता
Jharkhand Chamber Election Result Hindi News धीरज तनेजा ने कहा कि पहले की कार्यसमिति में मैं महासचिव के पद पर था ऐसे में मैंने व्यापारियों की सभी समस्याओं को काफी नजदीक से देखा है। हर जिले में चैंबर की एक शाखा खोलने की कोशिश होगी।
रांची, जासं। धीरज तनेजा झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। उन्हें तीन दिवसीय चुनाव में 1400 वोट प्राप्त हुए। चुनाव में सबसे ज्यादा वोट किशोर मंत्री ने हासिल किया। उन्हें 1479 वोट प्राप्त हुआ। चैंबर की 21 सदस्यों की कार्यकारिणी में 18 सदस्य धीरज तनेजा ग्रुप और तीन निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई है। जीत के बाद धीरज तनेजा ने दैनिक जागरण के साथ बातचीत में कहा कि इस दुर्गम समय में चुनाव करना अपने आप में बड़ी चुनौती थी।
सफलता और शांतिपूर्वक चुनाव कराने के लिए चुनाव समिति बधाई का पात्र है। इससे पहले की कार्यसमिति में मैं महासचिव के पद पर था। ऐसे में मैंने व्यापारियों की सभी समस्याओं को काफी नजदीक से देखा है। राज्य में मेरी प्राथमिक ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने की होगी। राज्य सरकार के साथ मिलकर जमीन से जुड़े मामलों को सरल करने की कोशिश होगी। राज्य में व्यापारी एमओयू करते हैं, मगर जमीन के विवाद की वजह से उद्यमी को उद्योग लगाने के लिए जमीन आवंटित नहीं हो पाती है।
केंद्र सरकार के द्वारा जीएसटी में लगातार सुधार किए जा रहे हैं। राज्य की व्यापारिक समिति होने के नाते मेरी कोशिश होगी कि राज्य स्तर पर जीएसटी से जुड़े मुद्दों को उठा कर केंद्रीय जीएसटी समिति तक पहुंचा सकूं। इसके साथ ही राज्य के हर जिले में चैंबर की एक शाखा खोलने की कोशिश होगी। इससे हर जिले के व्यापारियों का चैंबर में प्रतिनिधित्व मिलने में मदद मिलेगी। चुनाव में सभी प्रत्याशी का बेहतर प्रदर्शन रहा है। जो लोग इस बार चुनकर नहीं आ सके हैं, उन्हें परामर्श समिति में लिया जाएगा।
नौ महीने के कार्यकाल में यथासंभव प्रोफेशनल की परेशानी की गई दूर
झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के वर्तमान अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा ने धीरज तनेता को बधाई देते हुए कहा कि मेरा कार्यकाल केवल नौ महीनों का रहा। इस कार्यकाल में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर भी देखने को मिली। हालांकि इस दौरान जितना संभवन हो सका, प्रोफेशनल की समस्या का समाधान किया गया।
मेरी कोशिश थी कि सभी उपसमितियों में घुमकर वहां के व्यापारियों की समस्या को जान सकूं। इसी क्रम में मैंने संताल का दौरा किया। वहीं इच्छा थी कि राज्यस्तरीय बैठक कर व्यापारिक समस्या पर चर्चा की जाए। हालांकि यह कोरोना संक्रमण के कारण संभव नहीं हो सका। मैं आने वाली कार्यकारिणी से इसे करने के लिए आग्रह करूंगा।