Jharkhand Budget Session: इरफान अंसारी को ISI का एजेंट कहे जाने पर सदन में हंगामा
Jharkhand Assembly Budget Session झारखंड विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है। आज भी हो-हंगामा हो रहा है। भानु ने दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर को सदन में उठाया। कहा कि वन विभाग की अड़चनों को दूर कर ग्रेफाइट खनन की ओर सरकार आगे बढ़े।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Budget Session झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में आज बुधवार को भी हो-हंगामा हो रहा है। सदन में विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी ने कहा कि मुझे आइएसआइ का एजेंट बताया गया। इससे मेरी भावनाएं आहत हुई हैं। इस पर हंगामा होने लगा। विधायक भानु प्रताप शाही और इरफान अंसारी एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। भानु ने दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर को सदन में उठाया। कहा कि वन विभाग की अड़चनों को दूर कर ग्रेफाइट खनन की ओर सरकार आगे बढ़े।
दूसरी ओर, राज्य में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है, इसके बावजूद झारखंड विधानसभा में बहुत से विधायक बिना मास्क के ही पहुंच रहे हैं।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगी तेजस्विनी, वृद्धा पेंशन का लक्ष्य भी दोगुना : जोबा
झारखंड विधानसभा में बुधवार को महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग, राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के बजट पर चर्चा हुई। मौके पर महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री जोबा मांझी ने सदन में सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि हेमंत सरकार महिलाओं, बच्चियों, किशोरियों के अलावा वृद्धों को लेकर गंभीर है। सरकार तेजस्विनी योजना को गंभीरता से लागू करने जा रही है।
इसके तहत किशोरियों- महिलाओं के सामाजिक एवं शैक्षणिक सशक्तीकरण को केंद्र में रखकर उन्हें रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण देकर रोजगार का अवसर उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए आगामी वित्तीय वर्ष में एक अरब, 19 करोड़, 12 लाख 97 हजार रुपये खर्च करने का लक्ष्य है। जोबा मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री वृद्धा पेंशन योजना में वित्तीय वर्ष 2021-22 में लाभुकों की संख्या तीन लाख 65 हजार से बढ़ाकर सात लाख 30 हजार करने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत एक लाख 36 हजार 662 लाभुकों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है, जबकि मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत दो लाख सात हजार 300 लाभुकों को लाभ देने का लक्ष्य है। मंत्री ने सदन को बताया कि राज्य में कुपोषण के खिलाफ 1000 दिनों का महाअभियान चलाया जाएगा। इसके तहत तीन से छह वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार दिलाया जाएगा। कुपोषण के शिकार ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को प्रतिदिन एक अंडा दिया जाएगा।