BJP विधायक वेल में दंडवत, स्पीकर बोले आसन को कमजोर न समझें; मुंह में बांधी भगवा पट्टी Jharkhand Budget Session
भाजपा विधायकों ने शुक्रवार को भी सदन में कार्यवाही बाधित कर दी। बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनाने को लेकर वेल में आकर बीजेपी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया।
रांची, जेएनएन। Jharkhand Budget Session झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में छठे कार्यदिवस के दौरान भी सदन में गतिरोध की स्थिति बनी रही। भाजपा विधायकों ने शुक्रवार को बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष बनाने और छठी जेपीएससी को रद करने की मांग को लेकर वेल में आकर प्रदर्शन किया। इसकी वजह से सदन की कार्यवाही पहली पाली में दो बार स्थगित हुई। जबकि, दूसरी पाली में भाजपा विधायकों के बहिष्कार के बाद सुचारू रूप से कामकाज हुआ और कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की मांगों पर वाद-विवाद के बाद सदन ने अनुदान मांगों को स्वीकृति प्रदान की। पहली पाली में भी स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने व्यवधान के बीच ही कुछ देर के लिए प्रश्न काल चलाया। इस दौरान शून्य काल की सूचनाएं भी ली गईं।
शुक्रवार को सदन की कार्यवाही 11:08 बजे शुरू होते ही भाजपा विधायक बाबूलाल को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग के साथ ही छठी जेपीएससी की परीक्षा रद करने की मांग करने लगे। स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने होली का हवाला देते हुए कहा कि होली में दुश्मन भी गले मिलते हैं, कृपया प्रश्न काल चलने दें। इसके साथ ही उन्होंने प्रश्न काल शुरू कर दिया। शोरगुल के बीच ही विधायक सुदिव्य कुमार ने अपना प्रश्न रखा। प्रश्न काल चलता देख भाजपा विधायकों ने जोर-जोर से नारेबाजी शुरू कर दी। वे 'अध्यक्ष महोदय न्याय दोÓ, 'नेता प्रतिपक्ष के बिना सदन नहीं चलेगाÓ जैसे नारे लगाने लगे। स्पीकर ने एक बार फिर होली के पर्व का हवाला दे प्रदर्शन कर रहे सदस्यों को समझाने के साथ ही प्रश्न काल जारी रखा। यह भी कहा कि जनता के सवाल के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं हो सकता। माले विधायक विनोद सिंह व प्रदीप यादव ने भी अपने सवालों पर पूरक पूछे, लेकिन शोरगुल में सवाल-जवाब सुनाई नहीं दे रहे थे।
इसी बीच, भाजपा विधायक वेल में बैठकर तालियां बजाने लगे। हंगामे के बीच ही बंधु तिर्की ने भी अपना पूरक प्रश्न रखा, जिसका जवाब प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता ने शीघ्र उपलब्ध कराने का विश्वास दिलाया। इसी बीच, स्पीकर बार-बार विपक्षी सदस्यों को मनाने की कोशिश करते रहे, लेकिन स्थिति जस की तस बनी रही। अल्पसूचित प्रश्न काल के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। 12 बजे दोबारा कार्यवाही शुरू हुई। शून्य काल शुरू होते ही भाजपा विधायक एक बार फिर वेल में आ गए। भानु प्रताप शाही और बिरंची नारायण 'न्याय दो, न्याय दोÓ के नारे जोर-जोर से लगाने लगे। नीरा यादव और पुष्पा देवी स्पीकर के सामने खड़ा होकर न्याय की मांग करने लगीं। विधायक रणधीर सिंह आसन के सामने आकर दंडवत प्रमाण की मुद्रा में वेल में लेट गए। सदस्यों का ऐसा आचरण स्पीकर को अच्छा नहीं लगा। उन्होंने कड़े शब्दों में चेताया कि आसन इतना कमजोर नहीं। जिस तरह का काम कर रहे हैं, वह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसा मत करें।
दूसरी पाली में भाजपा विधायकों ने भगवा पट्टी मुंह में बांध कर किया प्रदर्शन
स्पीकर की चेतावनी के बावजूद भाजपा विधायक तरह-तरह की आवाज निकालते देखे गए। हालांकि, इस बीच भाजपा विधायक अनंत ओझा ने वेल में लेटे रणधीर सिंह को समझाते हुए उठाया। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दूसरी पाली में भाजपा विधायक मुंह में भगवा पट्टी बांधकर पहुंचे और वेल में उतरकर प्रदर्शन किया। हालांकि, स्पीकर ने उनके विरोध को दरकिनार करते हुए अनुदान मांगों पर चर्चा शुरू करा दी। करीब 20 मिनट तक विरोध दर्ज कराने के बाद भाजपा विधायकों ने सदन का बहिष्कार किया। उसके बाद कार्यवाही सुचारू रूप से चली। अनुदान मांगों पर चर्चा के बाद सदन ने कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की मांगों को अपनी स्वीकृति दे दी।
सीपी सिंह बोले, मंत्री को तैयार होकर आना चाहिए
भाजपा विधायकों के प्रदर्शन के बीच जारी प्रश्न काल के दौरान सवालों का जवाब दे रहे मंत्रियों पर भाजपा विधायक सीपी सिंह ने तंज कसा। बंधु तिर्की के सवाल के जवाब में बन्ना गुप्ता द्वारा यह कहे जाने पर कि आपको बाद में जवाब उपलब्ध करा दिया जाएगा, पर सीपी सिंह ने कहा कि न्योता है क्या? बाद में दे देंगे। मंत्री को सदन में तैयार होकर आना चाहिए। इस प्रकार सदन में प्रश्नों के उत्तर होंगे? मंत्री को पूरी तैयारी के साथ आना चाहिए। स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने भी कहा कि मंत्री को तैयार होकर आना चाहिए।
नलिन बने झामुमो के मुख्य सचेतक
विधायक नलिन सोरेन झामुमो के मुख्य सचेतक बनाए गए हैं। मथुरा महतो, चमरा लिंडा तथा मंगल कालिंदी को झामुमो का सचेतक बनाया गया है। मुख्यमंत्री सह विधायक दल के नेता हेमंत सोरेन ने इन नेताओं का शुक्रवार को मनोनयन किया। स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने सदन में इसकी घोषणा की। इधर, भाजपा विधायकों ने शुक्रवार को बजट सत्र की दूसरी पाली में सदन में मुंह में पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। वेल में पहुंच कर अपना विरोध दर्ज करा रहे बीजेप विधायकों ने बाद में सदन का बहिष्कार किया। इस बीच विपक्ष की अनुपस्थिति में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के बजट पर सदन में चर्चा हो रही है।