नीतीश कुमार की JD(U) ने लिया बड़ा फैसला, झारखंड प्रदेश कार्यसमिति भंग... जानें इसकी बड़ी वजह
Nitish Kumar party JDU रांची में रविवार को जदयू झारखंड की बैठक में 10 प्रस्ताव पारित किए गए। इसमें राज्य में शराबबंदी बेरोजगारी व महंगाई दूर करने पर विशेष फोकस किया गया। कहा गया कि राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर प्रदेश कार्यसमिति भंग की गई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Nitish Kumar party JDU, Jharkhand Politics बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई वाली पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की प्रदेश कार्यसमिति भंग कर दी गई है। रविवार को प्रेस क्लब सभागार में प्रदेश कार्यसमिति की हुई बैठक में यह निर्णय किया गया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रदेश प्रभारी रामसेवक सिंह तथा सह प्रभारी अरुण कुमार भी शामिल हुए। राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह को पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर प्रदेश कार्यसमिति भंग की गई है।
शीघ्र ही नई कार्यसमिति गठित की जाएगी। इससे पहले प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में झारखंड से जुड़े मुद्दे से संबंधित दस प्रस्ताव पारित किए गए, जिनपर पार्टी काम करेगी। इनमें सुशासन और न्याय के साथ विकास, सरना धर्म कोड को मान्यता दिलाना, स्थानीयता और रोजगार नीति लागू कराना, संताली को प्रथम राजभाषा का दर्जा दिलाना, 73 फीसद आरक्षण लागू कराना, सीएनटी-एसपीटी कानूनों को लागू कराना, विस्थापन और पलायन पर रोक लगाना, शराबबंदी लागू कराना तथा बेरोजगारी और महंगाई दूर करना शामिल हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण सिंह, पूर्व मंत्री सुधा चौधरी, पूर्व विधायक खीरू महतो, श्रवण कुमार, सागर कुमार, संजय सहाय, जफर कमाल, आफताब जमील, भगवान सिंह, कृष्णानंद मिश्रा, रमेश सिंह, आशा शर्मा आदि ने बैठक में शिरकत की।