कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन ने कोर्ट से चुनाव लड़ने की मांगी अनुमति Ranchi News
Jharkhand Election. राजा पीटर के बाद अब नक्सली कुंदन पहन की ओर से एनआइए कोर्ट में चुनाव लड़ने की अनुमति की सूचना है। आज शाम तक एनआइए कोर्ट में आवेदन दे सकते हैं।
रांची, जासं। Jharkhand Assembly Election 2019 - झारखंड के कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन ने कोर्ट से चुनाव लड़ने की अनुमति मांगी है। पहले राजा पीटर अब नक्सली कुंदन पाहन भी तमाड़ विधानसभा से ताल ठोकने की तैयारी में है। कुंदन पाहन इस संबंध में आज शाम तक एनआइए कोर्ट में आवेदन दे सकते हैं। कोर्ट से चुनाव लड़ने की इजाजत मांगी जाएगी। कुंदन पाहन के वकील ईश्वर दयाल किशोर ने बताया कि आज आवेदन फाइल की जाएगी। पेपर तैयार कर लिया गया है। अब देखना है कि अदालत कुंदन पाहन को विधानसभा चुनाव लड़ने की अनुमति देती है या नहीं।
बता दें कि कुंदन पाहन तमाड़ के पूर्व विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड का मुख्य आरोपित है। कुख्यात कुंदन पाहन ने 14 मई 2017 को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। आत्मसमर्पण के वक्त वह नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के झारखंड रीजनल कमेटी का सचिव था और 15 लाख का इनामी था। आत्मसमर्पण के वक्त उसपर रखे गए 15 लाख रुपये के इनाम का चेक उसे दे दिया गया था।
कुंदन पाहन पर डीएसपी, इंस्पेक्टर की हत्या समेत 127 आपराधिक मामले थे। इनमें खूंटी में 50, रांची में 42, चाईबासा में 27, सरायकेला में 7 व गुमला में एक कांड दर्ज है। 2000 में नेपाल के पीएम पुष्पकमल दहाल उर्फ प्रचंड ने उसके साथ बोकारो जिले के झुमरा पहाड़ पर ट्रेनिंग ली थी। कुंदन ने बताया था कि उसे वेस्ट बंगाल के टॉप माओवादी नेता मनीष दा, किशन जी, भास्कर दा उर्फ मिसिर बेसरा और नंदलाल ने झुमरा पहाड़ पर युद्ध का प्रशिक्षण दिया था।
वह 2000 में भाकपा माओवादी संगठन का सदस्य बना था। इसके बाद उसने ताबड़तोड़ घटनाओं को अंजाम दिया। सांसद सुनील महतो, पूर्व मंत्री और विधायक रमेश सिंह मुंडा, बुंडू डीएसपी प्रमोद कुमार सहित छह पुलिसकर्मी और स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की हत्या का आरोप कुंदन पर है। इतना ही नहीं, एक निजी बैंक के पांच करोड़ रुपये व एक किलो सोना लूटने में भी कुंदन पाहन आरोपित बना था।