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हटिया पहुंचे 1176 प्रवासी मजदूर, तेलंगाना से लेकर आई स्‍पेशल ट्रेन; 56 बसों से घर के लिए रवाना

Indian Railways Special Train अब 56 बसों से सभी मजदूरों को उनके गृह जिले में भेजा जा रहा है। मजदूर जिस जिले के हैं उसकी सीमा में प्रवेश करने से पहले मेडिकल जांच कराई जाएगी।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 01 May 2020 04:24 PM (IST)Updated: Sat, 02 May 2020 12:54 AM (IST)
हटिया पहुंचे 1176 प्रवासी मजदूर, तेलंगाना से लेकर आई स्‍पेशल ट्रेन; 56 बसों से घर के लिए रवाना
हटिया पहुंचे 1176 प्रवासी मजदूर, तेलंगाना से लेकर आई स्‍पेशल ट्रेन; 56 बसों से घर के लिए रवाना

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। Indian Railways Special Train लॉकडाउन के चलते विभिन्न  राज्यों में फंसे झारखंड के भी लाखों मजदूरों, छात्रों और अन्य लोगों की घर वापसी का सिलसिला शुरू हो गया है। झारखंड के अनुरोध व अन्य राज्यों के सहयोग के बाद लॉकडाउन में मजदूरों को घर पहुंचाने पहली स्पेशल ट्रेन चली। तेलंगाना सरकार की पहल पर तेलंगाना के लिंगमपेल्ली से 1176 मजदूरों को लेकर 24 बोगियों की एक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार देर रात रांची के हटिया स्टेशन पहुंची। यहां से 56 बसों के माध्यम से मजदूरों को उनके गंतव्य तक भेजा गया। स्टेशन पर सबकी थर्मल स्कैनिंग की गई। वहीं मजदूरों को रास्ते के लिए भोजन के पैकेट भी दिए गए। डेढ़ महीने से फंसे मजदूरों ने घर के करीब पहुंचकर राहत की सांस ली। उनकी खुशी चेहरे से बयां हो रही थी।

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यूपी, छत्तीसगढ़ और बिहार के भी हैं कुछ मज़दूर

झारखंड पहुंचे मजदूरों में पलामू, गढ़वा, कोडरमा, हजारीबाग, गिरिडीह, देवघर, जामताड़ा, गोड्डा, सरायकेला-खरसावां, लातेहार, पाकुड़ और साहेबगंज जिलों के हैं कुछ मजदूर बिहार, यूपी और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों के भी हैं। इन्हें घर पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है।

कोटा से आज दो स्पेशल ट्रेन में आएंगे 2882 छात्र

वहीं कोटा में फंसे 2883 छात्रों के लिए भी दो स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था कर रात 9 बजे कोटा से रवाना किया गया। ये दोनों ट्रेनें शनिवार को पहुंचेंगी। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने मजदूरों और छात्रों की घर वापसी में मदद करने के लिए केंद्र सरकार व राजस्थान और तेलंगाना की सरकारों के प्रति आभार व्यक्त किया है।

शारीरिक दूरी का रखा गया ध्यान

ट्रेन के भीतर से लेकर प्लेटफार्म तक पर सब जगह यात्रियों से शारीरिक दूरी का पालन कराया गया। यात्रियों को एक एक कर नाम पुकारते हुए उतारा गया। साथ ही पर्याप्त दूरी का पालन कराते हुए सुरक्षा में बाहर खड़ी बसों तक ले जाया गया। स्टेशन पर अफरातफरी न मचे इसके लिए शासन-प्रशासन की और से पुख्ता इंतजाम किये गए थे। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन खुद भी जायजा लेने हटिया स्टेशन  पहुंचे थे। निर्देशों के तहत बाहर से आनेवाले सभी लोगों की स्क्रीनिंग कर उन्हें 14 दिनों के क्वारन्टाइन या होम क्वारन्टाइन में भेजा जाना है।

सबको वापस लाएंगे

हेमंत सोरेन ने दोहराया है कि झारखंड सरकार  बाहर फंसे  सभी लोगों को वापस लाएगी और उनकी सुविधा व राहत के इंतज़ाम करेगी। उन्होंने कहा कि वह लगातार इसके लिए प्रयासरत हैं और केंद्र व विभिन्न राज्यों के संपर्क में है। बाहर फंसे लोगों को लाने के लिए बसों की भी व्यवस्था की गई है। यहां फंसे लोगों को भी उनके गृह राज्य भेजा जा रहा है। वहीं दिल्ली, मुम्बई और अन्य शहरों में फंसे लोगों के लिए भी केंद्र सरकार से स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था करने का आग्रह किया है।

तेलंगाना से चलकर झारखंड के प्रवासी मजदूर अपनी धरती पर पहुंच गए हैं। शुक्रवार रात 11 बजे स्‍पेशल ट्रेन से सभी श्रमिक हटिया स्‍टेशन पर उतरे। यहां से उन्‍हें 56 बसों के जरिये उनके घर भेजा जा रहा है। हटिया स्‍टेशन पहुंचते ही प्रवासी श्रमिकों के हताश चेहरे खिल उठे। सबने अपनी माटी में सुकून का अनुभव किया। स्‍टेशन पर शारीरिक दूरी का अनुपालन का पूरा ख्‍याल रखा गया था। पूरी सुरक्षा और एहतियात के साथ सभी मजदूरों की बारी-बारी से थर्मल स्‍क्रीनिंग की गई। इसके बाद उन्‍हें स्‍टेशन परिसर के बाहर खड़े बसों में बिठाकर उनके गृह जिले में रवाना किया गया। यहां स्‍टेशन कैंपस में सभी प्रवासियों को फूल देकर उनका स्‍वागत किया गया।

इससे पहले रात आठ बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तेलंगाना से आ रहे प्रवासी मजदूरों के लिए किए गए इंतजामों को परखा। वे करीब एक घंटे तक स्‍टेशन कैंपस में रहे। हटिया रेलवे स्टेशन पर मौजूद वरीय पदाधिकारियों से मुख्‍यमंत्री ने व्यवस्था का जायजा लिया। सीएम ने लिंगमपल्ली से आ रहे 1176 मजदूरों की पूरी फिक्र करते हुए उनके लिए किए गए तमाम इंतजामों को बारी-बारी से देखा। सीएम ने यहां की व्‍यवस्‍था पर संतोष जताया।

होम कवारेंटाइन में रहेंगे प्रवासी मजदूर और छात्र

इधर, दूसरे राज्यों से झारखंड लौट रहे प्रवासी मजदूर, छात्र एवं अन्य लोग 14 दिनों तक होम कवारेंटाइन में रहेंगे। दूसरे राज्यों से वापस लौटने के बाद उनकी स्क्रीनिंग होगी। इसमें स्वस्थ पाए जाने पर उन्हें होम क्वारेंटाइन में रहने की छूट दी जाएगी। जिन मजदूरों एवं छात्रों में कोरोना के लक्षण मिलेंगे उन्हें ही क्वारेटाइन सेंटरों में रखा जाएगा। मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने शुक्रवार को सभी उपायुक्तों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान इस संबंध में निर्देश दिया।

सभी को जरूरी खाद्य सामग्री का मिलेगा पैकेट

उन्होंने वापस लौटने वाले सभी प्रवासी मजदूरों के लिए आवश्यक खाद्य सामग्री का पैकेट भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इस पैकेट में चावल, दाल, तेल, नमक एवं अन्य जरूरी खाद्य सामग्री होगी। मुख्य सचिव ने उपायुक्तों को स्पष्ट निर्देश दिया कि कोई भी प्रवासी मजदूर छात्र या अन्य लोग स्क्रीमिंग से न छूटे। होम क्वारेंटाइन पर भी कड़ी निगरानी रखी जाए।

झारखंड सरकार द्वारा तेलंगाना के लिंगमपेल्ली से मजदूरों के हटिया लाए जाने पर हंगामा व आपाधापी हो सकती है। इनके लाए जाने के विरोध की भी संभावना है। इसे लेकर रांची पुलिस प्रशासन अलर्ट है। हटिया स्टेशन के चारों ओर बैरिकेडिंग कर दी गई है। जबकि प्लेटफार्म पर प्रवेश करने वाले इलाके को भी बैरिकेडिंग लगाकर घेर दिया गया है। सुबह से ही हटिया रेलवे स्टेशन में रांची पुलिस-प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को पुख्‍ता करने में जुटा है। पार्किंग स्थल और प्रवेश मार्गों पर सघन चौकसी कर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

हंगामे की आशंका को लेकर सुबह से ही हटिया एएसपी विनीत कुमार कैंप किए हुए हैं। रांची पुलिस के अलावा जीआरपी और आरपीएफ का दस्‍ता भी मौके पर मुस्तैद है। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने दोपहर के समय सिटी एसपी सौरभ मौके पर पहुंचे और अफसरों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। हटिया एएसपी विनीत कुमार, सिटी डीएसपी अमित कुमार सिंह, सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय सहित अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।

तेलंगाना से आने वाले मजदूरों की सुविधाओं का ख्‍याल करते हुए यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 30 अधिकारियों की प्रति‍नियुक्‍ति‍ की गई है। इधर, सिटी एसपी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि जिनके भी परिजन आ रहे हैं, उन्हें रिसीव करने कोई हटिया स्टेशन न आए। बाहर से आ रहे सभी प्रवासियों को प्रशासन की ओर से उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने का इंतजाम किया गया है।

इधर सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से इस बारे में अपील भी जारी की गई है। पीआरडी ने लिखा- आम लोगों को सूचित किया जाता है कि राज्य सरकार द्वारा तेलंगाना से स्पेशल ट्रेन के जरिए मजदूरों को रांची लाया जा रहा है। सरकार सभी मजदूरों के रिश्तेदारों से निवेदन करती है कि वह रांची स्टेशन ना आए मजदूरों को उचित स्क्रीनिंग के बाद बस के माध्यम से उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचा दिया जाएगा।

जिलों की सीमा पर कराया जाएगा मेडिकल

सिटी एसपी सौरभ ने बताया हटिया रेलवे स्टेशन पर प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। 50 बसों से सभी मजदूरो को उनके गृह जिले भेजा जाएगा। मजदूर जिस जिले के हैं  उनकी  सीमा प्रवेश करने से पहले  मेडिकल जांच कराया जाएगा। इन मजदूरों में रांची के भी 4 लोग शामिल हैं। जिनका मेडिकल टेस्ट पारस अस्पताल में किया जाएगा। जबकि गढ़वा के 450 पलामू के 250 और बोकारो जिले के करीब 100 लोग आने वाली स्पेशल ट्रेन में सवार हैं।

 

रात 11 बजे स्पेशल ट्रेन से आएंगे मजदूर

लॉकडाउन के कारण तेलंगाना के लिंगमपेल्ली में फंसे मजदूरों को स्पेशल ट्रेन से आज रात 11:00 बजे रांची लाया जाएगा। बताया जा रहा स्पेशल ट्रेन रांची के लिए चल चुकी है जिसका विरोध का अंदेशा बना हुआ है। स्पेशल ट्रेन से मजदूरों के लाने के बाद उनके परिजनों को स्टेशन के आस पास पहुंचने की अनुमति नहीं दी गई है। प्रशासन के द्वारा ही बसों की व्यवस्था कर मजदूरों के घर तक पहुंचाया जाएगा।

स्टेशन रोड में किसी को  नहीं मिल रहा प्रवेश

हटिया रेलवे स्टेशन रोड में किसी भी बाहरी लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं मिल रही है। बिरसा चौक के समीप हटिया रेलवे स्टेशन के प्रवेश मार्ग और दूसरी ओर हटिया सिंह मोड़ की ओर निकलने वाले रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया है। उन रास्तों से केवल वैसे लोगों को प्रवेश की अनुमति मिल रही है जिनका स्टेशन रोड या कैंपस में आवास है। पूरी जांच के बाद ही उन्हें प्रवेश करने दिया जा रहा है।

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