Indian Railways: आज से राजधानी ट्रेन में टीटीई, हैंड हेल्ड डिवाइस से यात्रियों को देगें रिजर्वेशन स्टेटस की जानकारी
Indian Railways News रांची से चलने वाली राजधानी ट्रेन में आज यानी शनिवार से टीटीई अपने साथ हैंड हेल्ड डिवाइस रखेंगे। इसकी मदद से टीटीई रिजर्वेशन स्टेटस का पता लगा सकेगा। यही नहीं यात्रियों को यह भी बता सकेंगे कि ट्रेन में उन्हें कंफर्म टिकट मिला या नहीं।
रांची, जासं। Indian Railways News रांची से चलने वाली राजधानी ट्रेन में आज यानी शनिवार से टीटीई अपने साथ हैंड हेल्ड डिवाइस रखेंगे। रांची रेल मंडल की यह पहली ट्रेन होगी। जहां, टीटीई अब ट्रेन में कागज के लंबी-लंबी चार्ट लेकर नहीं चलेंगे, बल्कि इसकी जगह वो हैंड-हेल्ड टर्मिनल से लैस होंगे। इसकी मदद से टीटीई रिजर्वेशन स्टेटस का पता लगा सकेगा। यही नहीं यात्रियों को यह भी बता सकेंगे कि ट्रेन में उन्हें कंफर्म टिकट मिला या नहीं। हालांकि, इसकी शुरुआत क्रियायोग एक्सप्रेस से करने की तैयारी चल रही थी। मगर, नेटवर्क की समस्या होने के कारण राजधानी ट्रेन से इसकी शुरुआत करने का निर्णय लिया गया है।
रियल टाइम बर्थ की उपलब्धता के बारे में चल सकेगा पता
उल्लेखनीय है कि इसे लेकर टीटीई को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इस संबंध में कुछ रेलवे कर्मियों को प्रशिक्षण लेने के लिए बाहर भी भेजा गया था। इस डिवाइस की मदद से आरएसी बर्थ पर यात्रा करने वाले यात्रियों को सहूलियत होगी और उन्हें आसानी से कन्फर्म सीट मिल सकेगा। साथ ही इससे पारदर्शिता भी बढ़ेगी। कई डिविजनों में इसकी सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। फिलहाल रांची रेल मंडल के सभी ट्रेनों में इस व्यवस्था को धीरे-धीरे लागू कर दिया जाएगा। वर्तमान में बर्थ की उपलब्धता की स्थिति के बारे में टिकट चेक करते है और रिजर्वेशन चार्ट की मदद से मैनुअली पता किया जाता है। हर बार वे यात्रियों से मांगकर टिकट चेक करते हैं, जिसके बाद खाली बर्थ को ट्रेन में एलाट करते हैं। अब हैंड-हेल्ड डिवाइस की मदद से कागज का काम खत्म हो जाएगा। साथ ही रियल टाइम बर्थ की उपलब्धता के बारे में पता चल सकेगा।
रांची मंडल में पहली बार बंडकीचांपी में पीपीपी मोड पर बनेगा गुडस शेड
रेलवे अब पीपीपी मोड पर बड़कीचांपी में गुडस शेड का निर्माण करेगा। रांची रेल मंडल का यह पहला गुडस शेड होगा, जिसे पीपीपी मोड पर तैयार किया जा रहा है। गुडस शेड की जिम्मेदारी हिंडाल्को को मिली है। दस वर्षों के लिए गुडस शेड का संचालन हिंडाल्को करेगी। गुडस शेड के निर्माण में करीब 6-7 करोड़ रुपये की लागत लगेगी। जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
12 महीने में पूरा हो जाएगा निर्माण कार्य
लोहरदगा-टोरी सेक्शन में स्थित बड़कीचांपी स्टेशन के निकट का इसका निर्माण कार्य होगा। 12 महीने में इसका निर्माण कार्य पूरा कर देना है। इससे बड़कीचांपी में लोडिंग और अनलोडिंग का कार्य पूरा होगा। अब तक इस कार्य के लिए कई कंपनियों को अपना सामान अन्य स्टेशनों पर भेजना पड़ता था, गुडस शेड की सुविधा थी। इससे व्यापारियों को सुविधा होगी और अपने नजदीकी स्टेशन पर अपना सामान लोडिंग और अनलोडिंग करा सकेंगे। इससे खर्च में बचत होगी।
कई महीनाें से चल रहा था प्लानिंग
रेलवे की ओर से इस दिशा में कई महीनाें से प्लानिंग चल रहा था, जिसके बाद रेलवे की ओर से निविदा निकाली गई। निविदा में हिंडाल्का एल-वन रहा। अब यह देखना है कि कितनों दिनों में हिडाल्कों द्वारा निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाता है, ताकि इसकी सेवा सभी को मिल सके। वहीं, दस सालों के एग्रीमेंट के बाद गुडस शेड को रेलवे के जिम्मे सौंप दिया जाएगा। वहीं, रांची रेल मंडल में हटिया, नामकुम, मुरी सहित अन्य स्टेशनों पर गुडस शेड है, जिसका संचालन रांची रेल मंडल स्वयं करता है। मगर, इस बार हिंडाल्कों को इसका जिम्मा सौंपा जाएगा।