झारखंड के शिक्षा विभाग का हाल: ऑनलाइन पढ़ाई के वाट्सएप ग्रुप में भेजे अश्लील वीडियो, मचा हंगामा
झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा सरकारी स्कूलों के बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए चलाए जा रहे शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप में तीन संकुल साधन सेवियों ने अश्लील वीडियो/तस्वीर भेज दी।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड का शिक्षा विभाग सवालों के घेरे में है। यहां कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में देशभर में लागू लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था तो की गई, लेकिन सही मॉनिटरिंग नहीं होने से महकमे की किरकिरी हो रही है। शिक्षकों को टीचिंग लर्निंग मेटेरियल के लिए बने एक व्हाट्सएप ग्रुप में अश्लील वीडियो और तस्वीरें भेजने के बाद राज्यभर में हंगामा मचा है।
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा सरकारी स्कूलों के बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए चलाए जा रहे शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप में तीन संकुल साधन सेवियों (सीआरपी) ने अश्लील वीडियो/तस्वीर भेज दी। राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित उपायुक्तों तथा जिला शिक्षा पदाधिकारियों को उनके विरुद्ध कानूनी तथा अनुशासनिक कार्रवाई का निर्देश दिया है।
दरअसल, स्कूलों के बंद रहने के कारण परियोजना द्वारा डिजीटल कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके तहत बीआरपी एवं सीआरपी द्वारा लर्निंग मैटेरियल शिक्षकों को भेजे जाते हैं। इसके लिए शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। इसी ग्रुप में ही तीन सीआरपी द्वारा इस तरह के कृत्य किए जाने की शिकायत राज्य परियोजना कार्यालय को मिली।
इस मामले में जिन सीआरपी के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश दिया गया है उनमें गिरिडीह स्थित बिरनी के कार्तिक कुमार कुशवाहा, चास-बोकारो के इंद्रजीत सिंह तथा महुआडाड़, लातेहार के प्रभु कुमार पासवान शामिल हैं। परियोजना निदेशक ने इस तीनों के विरुद्ध 24 घंटे के विरुद्ध कार्रवाई कर तीन दिनों में रिपोर्ट देने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिया है।