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सोना-चांदी के जेवर खरीदने वालों के लिए महत्‍वपूर्ण खबर... आपके लिए बन रही ये योजना

Important News for GOLD Buyers लूट झपटमारी और चोरी का गहना- जेवरात खपाने वाले जेवर कारोबारी सीधे पुलिस के रडार पर हैं। इन्‍हें पकड़ने के लिए पुलिस ने एक्शन प्लान बनाया है। अपराधी सोनार को जेवरात बेचते हैं जिसे गलाकर फिर से भोले-भाले ग्राहकों को बेच दिया जाता है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 24 Mar 2021 10:35 PM (IST)Updated: Thu, 25 Mar 2021 04:22 AM (IST)
सोना-चांदी के जेवर खरीदने वालों के लिए महत्‍वपूर्ण खबर... आपके लिए बन रही ये योजना
Important News for GOLD Buyers: सोने के गहने पहनकर बाजार ,ऑफिस या पार्टी-फंक्‍शन में जाना महिलाओं को खूब भाता है।

रांची, जासं। Important News for GOLD Buyers झारखंड की राजधानी रांची में स्‍नैचिंग, लूट, ठगी, झपटमारी और चोरी के गहने- जेवरात बड़े पैमाने पर जेवर कारोबारी खपा रहे हैं। जेवरात गला कर काला कारोबार किया जा रहा है। इसे देखते हुए रांची पुलिस ने जेवर कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए एक्शन प्लान बनाया है। एक दर्जन से ज्यादा जेवर कारोबारी पुलिस के रडार पर हैं। पुलिस को सूचना मिली है कि शहर के ग्रामीण और शहरी इलाकों में छोटे-छोटे जेवर की दुकान चलाने वाले चोरी और छिनतई के गहने अपने दुकान में खपाने का काम कर रहे हैं। इन्हें पकड़ने के लिए एक विशेष टीम भी बनी है।

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रांची में चोरी और छिनतई की घटनाएं आम हो गई है। खासकर महिलाएं सबसे ज्यादा छिनतई की शिकार हो रही है। सोने के गहने पहनकर बाजार ,ऑफिस या फिर किसी दूसरी जगह जाने वाली महिलाएं विशेष तौर पर निशाना बनाई जा रही है। आंकड़ों के हिसाब से अगर हम बात करें तो हर दूसरे दिन एक महिला से सोने की चेन कहीं न कहीं झपट ली जाती है। वही हाल के दिनों में राजधानी रांची का ग्रामीण इलाका हो या फिर शहरी इलाका चोरी की वारदातें आम हो गई हैं।

खासकर बंद घर तो चोरों के निशाने पर हैं। सवाल यह उठता है कि महिलाओं से छीने गए गहने और घरों से चोरी किए गए गहने आखिरकार कहां खपाये जाते हैं, इन्हें कौन खरीदता है और अपराधियों को इसकी कीमत कौन देता है। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है कि शहर के कई छोटे बड़े जेवर दुकानदार अपराधियों से सांठगांठ कर छिनतई ,लूट और चोरी के गहनों को अपराधियों से औने पौने दाम में खरीद लेते हैं और फिर उन्हें अपने ही जेवर दुकान में गला कर उसके नए गहने बनाकर ग्राहकों को बेच देते हैं। 

अपराधियों से मिलीभगत कर खपाए जा रहे जेवरात

दरअसल अपराधी अगर पैसों की चोरी या छिनतई करते है तब तो वे फायदे में रहते हैं लेकिन अगर वे गहनों की चोरी या छिनतई करते है तब उन्हें उसे बेचने के लिए किसी जेवर दुकानदार की जरूरत होती है। मुनाफा कमाने की लालच में जेवर दुकानदार अपराधियों से सांठगांठ कर लेते हैं और उनके द्वारा चोरी ,लूट और छिनतई कर लाये गए गहनों को बेहद कम कीमत में खरीद लेते हैं। अपराधी जेवर दुकानदार के पास पहुंचते हैं वह डरे हुए होते हैं और उसे कम कीमत में ही पैसे लेकर फरार हो जाते हैं। 

ग्रामीण इलाकों में खुले है दर्जनों जेवर दुकान 

पुलिस की तफ्तीश में यह खुलासा हुआ है कि हाल के दिनों में रांची के ग्रामीण इलाकों में कई छोटे-छोटे जेवर दुकान खोले गए हैं। इन जेवर दुकानदारों से खरीदारी बहुत कम होती है इसके बावजूद दुकानों की चमक-दमक देखकर ऐसा नहीं लगता है कि यहां जेवर की बिक्री नहीं होती है। दरअसल यह दुकानदार अपराधियों से मिलीभगत कर चोरी और लूट के गहने को खपाने का काम कर रहे हैं। पुलिस को यह भी सूचना मिली है कि ओडिशा और छत्तीसगढ़ से भी कुछ संदिग्ध लोगों ने राजधानी के अलग-अलग इलाकों में जेवर दुकान खोल रखी है जहां चोरी का गहना खपाया जाता है। 

कई दुकानदार भेजे जा चुके हैं जेल 

साल 2020 में अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज दीपिका कुमारी की मां गीता देवी से लूटा गया सोने का चेन भी एक सोनार को बेचा गया था। संबंधित सोने के चेन को सोनार ने गला दिया था। लेकिन पुलिस ने उसी हाल में सोने की चैन को बरामद करते हुए आरोपित सोनार को दबोच लिया था। पकड़ा गया आरोपित रांची के चंदवे गोबरहप्पा स्थित सोनी ज्वेलर्स जेवर दुकान के मालिक मुकेश सोनी था।

वह छत्तीसगढ़ के कुनकुरी का रहने वाला है। वर्तमान में पिठोरिया थाना क्षेत्र के चंदवे स्थित दुबलिया में रहता है। वह इलाके की चोरी और झपटमारी वाले सोने की चेन और अन्य गहनों को गलाकर बेचता था। सोना गलाने के बाद वह नई डिजाइन तैयार कर लेता था ताकि, किसी को पता ना चल सके। इसी तरह के मामले में रांची के डोरंडा और अरगोड़ा ,खलारी ,लालपुर और ओरमांझी से भी कई जेवर दुकानदार जेल भेजे जा चुके हैं।


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