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Coronavirus Update: आइएमए की मांग, सरकार झारखंड में बढ़ाए कोरोना जांच सुविधा

Coronavirus Update. आइएमए ने कहा है कि हाइड्रोक्लोरोक्विन टेबलेट लेने के लिए आइसीएमआर का निर्देश आ चुका है। फ्रंट लाइन वर्कर गाइडलाइन के अनुसार इसे ले लें।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 29 Apr 2020 09:31 AM (IST)Updated: Wed, 29 Apr 2020 09:31 AM (IST)
Coronavirus Update: आइएमए की मांग, सरकार झारखंड में बढ़ाए कोरोना जांच सुविधा
Coronavirus Update: आइएमए की मांग, सरकार झारखंड में बढ़ाए कोरोना जांच सुविधा

रांची, जासं। कोविड 19अमहामारी को लेकर राज्य के चिकित्सकों ने मंगलवार को करमटोली स्थित आइएमए भवन में बैठक कर राज्य में कोरोना जांच की सुविधा बढ़ाने की मांग राज्य सरकार से की है। आइएमए की संयुक्त राज्य स्तरीय बैठक में सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने बताया कि किसी भी इमरजेंसी मरीज को अस्पताल से लौटाया नहीं जा रहा है, भर्ती कर उसका बेहतर तरीके से उपचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सामान्य बीमारियों के मरीजों के लिए ई-ओपीडी की सुविधा प्रदान कराई जा रही है।

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आइएमए ने निर्णय लिया है कि चिन्हित इमरजेंसी मरीजों को चिन्हित एरिया में रखा जाएगा और सभी इमरजेंसी मरीजों का कोविड टेस्ट अनिवार्य होगा। बैठक में प्रसव कराने के लिए आई महिलाओं के लिए भी इस टेस्ट को अनिवार्य बताया गया। आइएमए की बैठक में कोविड जांच सरकारी लैब के अलावा कम से कम तीन प्राइवेट लैब में आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा उपलब्ध किए जाने पर भी बात हुई। डॉ प्रदीप ने कहा कि भविष्य में राज्य में ट्रूर्नेट टेस्ट की सुविधा आने के बाद कोरोना की जांच सस्ती भी होगी और कम समय में ज्यादा जांच हो सकेगी।

उन्होंने सरकार से जल्द उक्त मशीन की मांग की। दूसरे जिले या राज्य से रेफरल लेटर लेकर आने वाले मरीजों को रोका ना जाए। बैठक के दौरान आइएमए ने सरकार से यह भी मांग की कि जो भी मरीज दूसरे जिला या राज्य के बाहर से डॉक्टर का रेफर लेटर ले कर आ रहे हैं, उन्हें रांची के अस्पतालों में आने से रोका न जाए। इस दौरान बताया गया कि हाइड्रो क्लोरोक्विन टेबलेट लेने के लिए आइसीएमआर का निर्देश आ चुका है। इसे देखते हुए फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर अपनी सुरक्षा के लिए आइसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार इसे ले सकते हैं।

राज्य में जितना जांच हो उतना बेहतर

आइएमए की बैठक में इस बात जोर दिया गया कि झारखंड में जितना अधिक से अधिक कोरोना की जांच हो सकेगी, उतना कराया जाए। इसके लिए झारखंड में जांच सेंटर और जांच की संख्या बढ़ाई जाए। कहा गया कि आमतौर पर ऑपरेशन में जो खर्च होता है, आइसीएमआर द्वारा निर्देशित मानकों के अनुसार इसके खर्च में अनुमानतः चार से पांच हजार रुपये की वृद्धि होगी एवं रोज के खर्चे में दो से तीन हजार की वृद्धि हो सकती है।

इसके अलावा प्लाज्मा थेरेपी के लिए भी आइएमए अपने सारे ब्लड बैंकों व सरकार के साथ मिलकर हरसंभव सहायता के लिए तैयार है। बैठक में आइएमए के स्टेट सेक्रेट्री डॉ. प्रदीप सिंह, डॉ. बी.पी. कश्यप, डॉ. शंभु प्रसाद सिंह, डॉ. आर.एस. दस, डॉ. भारती कश्यप, डॉ. अनंत सिन्हा, डॉ. गौतम मोइत्रा, डॉ. बिमलेश कुमार सिंह, डॉ. अजीत कुमार, डॉ. पवन कुमार बरनवाल, डॉ. दीपक वर्मा, डॉ. हर्ष, डॉ. राजेश कुमार व अन्य उपस्थित थे।


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