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परीक्षा फार्म व पंजीयन शुल्क के नाम पर बच्चों से अवैध उगाही

संवाद सहयोगी श्री बंशीधर नगर (गढ़वा) जमा दो उच्च विद्यालय श्री बंशीधर नगर में बच्चों से परीक्ष

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 06:25 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 06:25 PM (IST)
परीक्षा फार्म व पंजीयन शुल्क के नाम पर बच्चों से अवैध उगाही
परीक्षा फार्म व पंजीयन शुल्क के नाम पर बच्चों से अवैध उगाही

संवाद सहयोगी, श्री बंशीधर नगर (गढ़वा) : जमा दो उच्च विद्यालय श्री बंशीधर नगर में बच्चों से परीक्षा फी व रजिस्ट्रेशन के नाम पर अवैध राशि की उगाही का आरोप बच्चों ने प्रधानाध्यापिका सुमन रानी जायसवाल पर लगाया है। बच्चों ने बताया कि परीक्षा शुल्क व रजिस्ट्रेशन के नाम पर 35 से 40 रुपये तक प्रति बच्चा नाजायज राशि ली जा रही है। उसकी पावती रसीद भी नहीं दी जा रही है। वर्ग 11 के छात्र अरुण कुमार, कुंदन कुमार, रवि कुमार, राहुल कुमार, छात्रा उर्मिला कुमारी, विभा कुमारी, रोशनी कुमारी आदि ने बताया कि परीक्षा फी व रजिस्ट्रेशन के नाम पर प्रति बच्चा 35 से 40 रुपये तक लिया गया है। इसका विरोध करने पर प्रधानाध्यापिका कहती हैं कि अधिक पैसे नहीं दोगे तो परीक्षा फॉर्म नहीं भराएगा और ना ही रजिस्ट्रेशन होगा। नाम नहीं छापने की शर्त पर विद्यालय के एक शिक्षक ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के नाम पर 236 बच्चों से प्रति बचा 35 रुपये नाजायज लिया गया है। इस तरह वर्ग 10 के बच्चों से परीक्षा शुल्क के नाम पर 8,260 रुपये अधिक लिया गया है। वहीं बारहवीं कक्षा के कला व विज्ञान के वार्षिक इंटरमीडिएट परीक्षा शुल्क के नाम पर 40 रुपये 204 बच्चों से अधिक लिया गया है। इस तरह 12वीं के बच्चों से 8,160 रुपये अधिक लिया गया है। छात्राओं से 630 रुपये की जगह 670 व छात्रों से 830 की जगह 870 रुपये वसूला गया है। वर्ष 2021-23 के लिए नवीं वर्ग के बच्चों से पंजीयन के नाम पर 346 बच्चों से प्रति बच्चा 40 रुपये अधिक लिया गया है।

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नौवीं के बच्चों से पंजीयन के नाम पर 13840 रुपये अधिक लिया गया है। वर्ष 2021-23 के लिए ग्यारहवीं के 387 बच्चों से पंजीयन के नाम पर 40 रुपये अधिक लिया गया है। इस तरह 11वीं के बच्चों से 15840 रुपये अधिक लिया गया है। उक्त शिक्षक ने बताया कि 1 माह के अंदर छात्र छात्राओं से परीक्षा फीस व पंजीयन के नाम पर 46100 रुपये नाजायज राशि वसूला गया है। इस संबंध में संतोष कुमार लिपिक ने बताया कि प्रधानाध्यापिका के मौखिक आदेश से नाजायज राशि लिया गया है। आदेशपाल बलि ने बताया कि प्रधानाध्यापिका अपनी मनमानी करती हैं। पिछले वर्ष भी नाजायज लिया जा रहा था। जिस पर तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी व तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रधानाध्यापिका को फटकार लगाते हुए बच्चों से ली गई नाजायज राशि वापस करने का निर्देश दिया था। बावजूद किसी भी बच्चे का पैसा वापस नहीं किया गया है। बच्चों से आई कार्ड के नाम पर 25 रुपये लिया जा रहा है। वहीं छात्रवृत्ति फॉर्म भरने के नाम पर 150 रुपये नाजायज लिया जा रहा है। पर किसी को पावती रसीद नहीं दी जा रही है।

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:- पक्ष:-

फॉर्म छपवाने व फॉर्म को ऑनलाइन कराने में पैसा देना पड़ता है। इसलिए बच्चों से नाजायज राशि ली जा रही है। सिर्फ मैं ही नहीं सभी विद्यालय में पंजीयन और परीक्षा फॉर्म के नाम पर नाजायज राशि की वसूली की जा रही है। इसलिए मैं भी बच्चों से नाजायज राशि ले रही हूं।

सुमन रानी जायसवाल, प्रधानाध्यापिका, जमा दो उच्च विद्यालय श्री बंशीधर नगर।

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