अगर आप भी करते हैं ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, तो हो जाइए होशियार, ऐसे चपत लगा रहे साइबर अपराधी
Ranchi News ऑनलाइन ट्रांजैक्शन एक तरफ लोगों को बड़ी सहूलियत दे रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोगों के लिए ये काफी नुकसानदायक साबित हो रहा है जिन्हें ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की ज्यादा जानकारी नहीं होती है। जिसकी वजह से उन्हें कई बार चपट भी लग जाता है।
रांची, जागरण संवाददाता। कोरोना काल में ना सिर्फ पैसों का लेनदेने ऑनलाइन हुआ है, बल्कि अब लोग बैंक जाने के बजाय अपने तमाम काम ऑनलाइन करने पर भी जोर देते हैं। इससे उनका काम तो आसान हो जाता है. लेकिन कई बार यही आसानी आपके लिए मुसीबत भी बन जाती है और जानकारी के अभाव में आपको बड़ा नुकसान हो जाता है।
महिला के बैंक से लाखों उड़ाया
ऑनलाइन ट्रांजैक्शन एक तरफ लोगों को बड़ी सहूलियत दे रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोगों के लिए ये काफी नुकसानदायक साबित हो रहा है, जिन्हें ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की ज्यादा जानकारी नहीं होती है। जिसकी वजह से उन्हें कई बार चपट भी लग जाता है। एक ऐसा ही मामला रांची से सामने आया है, जहां केवाइसी के नाम पर एक महिला से करीब एक लाख 90 हजार उड़ा लिए।
केवाइसी के नाम पर धोखाधड़ी
साबइर अपराधियों ने केवाईसी अपडेट कराने के बहाने एक महिला के बैंक खाते से 1.9 लाख लाख रुपये उड़ा लिए। भुक्तभोगी महिला राधारमण मुरारी डोरंडा थाना क्षेत्र के हिनू के न्यू एरिया गांधी नगर की रहने वाली है। ठगी को लेकर राधा रमण ने डोरंडा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार सात जनवरी को भुक्तभोगी की बहन बॉबी निशा के पास फर्जी मैसेज आया जिसमें अपराधियों ने लिखा था कि अगर खाते का केवाईसी अपडेट नहीं किया तो मोबाइल ब्लॉक कर दिया जाएगा। जल्द केवाईसी अपडेट करा लें।
महिला ने दर्ज कराई केस
भेजे गए मैसेज पर जब कॉल किया तो साइबर अपराधी ने कहा कि अभी तुरंत केवाईसी अपडेट हो जाएगा। इसके बाद भुक्तभोगी के मोबाइल पर एक ओटीपी आया। ओपीटी साइबर अपराधी को बता दिया। ओटीपी मिलते ही बैंक खाते से दो बार में 1.09 लाख रुपये की निकासी हो गई। पैसे की निकासी का मैसेज मिलते ही भुक्तभोगी के होश उड़ गए। बैंक पहुंचने पर साइबर ठगी की जानकारी प्राप्त हुई। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।