टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन लेने की सोच रहे हैं, जल्द खरीदें; नए साल में जनवरी से 10% बढ़ सकते हैं दाम
TV Fridge Price in Ranchi Jharkhand बताया गया कि कोरोना संक्रमण के बाद से माल परिवहन भाड़ा पहले से कई गुना बढ़ गया है। वहीं व्यापारियों ने अनुसार पिछले छह महीने में प्लास्टिक की कीमतों में लगभग 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
रांची, जासं। नए साल में जनवरी से टिकाऊ घरेलू सामानों की कीमतों में वृद्धि लगभग तय है। बताया जा रहा है कि तांबा और एल्युमिनियम जैसे इस्पात के कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण ऐसा होगा। इससे एलईडी, वाशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर जैसी घरेलू सामानों की कीमतें लगभग 10 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं। दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण के बाद से माल परिवहन भाड़ा पहले से कई गुना बढ़ गया है। कुछ कंपनियों ने कोरोना के आर्थिक संकट से निपटने और ग्राहकों को प्रोत्साहित करने के लिए इसका बोझ नहीं बढ़ाया था। मगर अब इससे सीधे रूप से ग्राहक प्रभावित होने जा रहे हैं।
वहीं व्यापारियों के अनुसार पिछले छह महीने में प्लास्टिक की कीमतों में लगभग 40 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। इसका कारण पेट्रोल का महंगा होना बताया जा रहा है। वहीं इन घरेलू उत्पाद के उत्पादन में कई कंपनियां छोटे-छोटे पार्ट बनाकर देती हैं। कोरोना संक्रमण और आर्थिक बोझ के कारण इसका काम प्रभावित है। ऐसे में टीवी के पैनल, वाशिंग मशीन का बुश और मैकेनाइज्ड मोटर्स, स्क्रू पार्ट आदि की आपूर्ति समय पर नहीं हो पा रही है। इससे उत्पादन भी प्रभावित हुआ है।
रांची के व्यापारियों की बढ़ी चिंता
लालपुर के गणपति इंटरप्राइजेज के मालिक आलोक बताते हैं कि लाॅकडाउन के बाद दुकान खुलने के बाद धनतेरस तक की बिक्री ठीक रही। व्यापारियों को इससे बाजार में खड़ा होने की ताकत मिली है। मगर नए वर्ष पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के महंगा होने से अगले वर्ष व्यापार पर असर पडे़गा। उन्होंने बताया कि कंपनी दाम बढ़ाने के साथ डीलर के मार्जिन को भी कम कर रही है। ऐसे में ग्राहकों को डीलर की तरफ से मिलने वाली छूट भी कम हो जाएगी। इसका सीधा असर व्यापार पर पड़ेगा।
क्या कहते हैं व्यापारी
सरकार को दाम की वृद्धि रोकना चाहिए। नहीं तो इससे छोटे और मध्यम व्यापारियों पर असर पड़ेगा। कोरोना संक्रमण के बाद लोगों की क्रय शक्ति पर काफी असर पड़ा है। 60 प्रतिशत से ज्यादा ग्राहक ईएमआइ पर सामान खरीद रहे हैं। ऐसे में दाम में बढ़ोत्तरी ग्राहकों के साथ दुकानदारों को भी मुश्किल में डाल देगी। -मुन्ना, मालिक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, पीपी कंपाउंड।
पहले से महंगाई की मार झेल रहा मध्यम वर्ग मुश्किल से इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने की हिम्मत कर पाता है। ऐसे में लगभग 10 प्रतिशत दाम की वृद्धि काफी मुश्किल में डालने वाली होगी। बाजार में सबसे बड़ी दिक्कत ऑनलाइन मिलने वाली छूट से है। -कमलेश, मालिक, एलजी शाॅप, मेन रोड।