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देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से हुए सम्मानित, लेकिन अपने ही शहर में अपमानित हो रहे शहीद

Gumla News जिस नगर परिषद को इसकी देख रेख और रख रखाव की जिम्मेदारी मिली है उस कार्यालय के अधिकारी जनप्रतिनिधि और कर्मी निर्लजता के साथ दूसरे कामों में जुटे हुए। लेकिन इस प्रतिमा की सुध लेने की फुर्सत नहीं है।

By Madhukar KumarEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 06:34 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 06:34 PM (IST)
देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से हुए सम्मानित, लेकिन अपने ही शहर में अपमानित हो रहे शहीद
देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से हुए सम्मानित, लेकिन अपने ही शहर में अपमानित हो रहे शहीद

गुमला, जागरण संवाददाता। जिस शहीद को वीरता के लिए पूरा देश सलाम करता है। देश का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से जिसे नवाजा जाता है। उस शहीद का अपमान कहीं और नहीं अपने ही जिले में अपने ही लोगों के द्वारा किया जा रहा है। हम बात कर रहे हैं परमवीर अलबर्ट एक्का की। जिनके नाम से गुमला शहर का स्टेडियम हैं, उसी स्टेडियम परिसर में ही उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है। लेकिन पिछले कई सप्ताह से ये प्रतिमा को बोरा और तिरपाल से ढ़का हुआ है और रस्सी से बांधा हुआ है।

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प्रतिमा के प्रति दिख रही प्रशासन की उदासीनता

जिस नगर परिषद को इसकी देख रेख और रख रखाव की जिम्मेदारी मिली है, उस कार्यालय के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और कर्मी निर्लजता के साथ दूसरे कामों में जुटे हुए। लेकिन इस प्रतिमा की सुध लेने की फुर्सत नहीं है।  दरअसल इस प्रतिमा को असामाजिक तत्वों द्वारा 25 दिसंबर को ही क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इसके कारण 27 दिसंबर को उनके जन्म दिवस के अवसर पर उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण नहीं किया जा सका। जन्म दिवस बीत जाने के बाद भी इसे दुरुस्त नहीं किया गया। जबकि नगर परिषद द्वारा पूरे शहर में सड़क, नाली का जाल बिछाया जा रहा है। शहर को सौंदर्यीकरण के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन इस वीर शहीद के प्रतिमा के प्रति जिम्मेदार लोग और शहर के प्रबुद्ध लोगों को तनिक भी परवाह नहीं है।

देखकर भी अनदेखा कर रहे लोग

यह प्रतिमा जशपुर रोड के किनारे स्थित है। रास्ते से गुजरने पर सबकी नजर पड़ती है। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में सुबह और शाम लोग इसी प्रतिमा से होकर स्टेडियम के भीतर प्रवेश करते हैँ। दिखाई सबको दे रहा है और मालूम भी सभी को हैं, कि परमवीर अलबर्ट एक्का की प्रतिमा को बेतरतीब तरीके से पहले ढका गया है। फिर पतली रस्सी से बांध दिया गया है, ताकि हवा में यह ढ़का हुआ तिरपाल और बोरा बंधा रहे और नगर परिषद की लापरवाही, निष्क्रियता, उदासीनता का पोल खुलने से बच जाए।

रात्रि में स्टेडियम में असामाजिक तत्वों का लगा रहता है जमावड़ा

परमवीर अलबर्ट एक्का स्टेडियम में रात्रि असामाजिक तत्वों का जामवड़ा लगा रहता है। ऐसे तत्वों द्वारा इस तरह की घटनाओं को हमेशा अंजाम दिया जाता है। स्टेडियम में संध्या में खिलाड़ियों और शैर सपाटा करने वालों के जाने के बाद असामाजिक तत्वों का प्रवेश होता है। मैदान में बैठकर लोग शराब पीते हैं। शोर शराबा करते हैं और फिर निकल जाते हैं। परमवीर अलबर्ट एक्का के प्रतिमा को पूर्व में भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जिसे दूसरे दिन ही ठीक कर दिया गया था। लेकिन इस बार नगर परिषद इस मामले में बेसुध होकर साेया हुआ है।

क्या कहते हैं नगर परिषद

नगर परिषद केवल साफ सफाई करता है। बाकी काम स्टेडियम प्रबंधन का है।

दीपनारायण उरांव

अध्यक्ष , नगर परिषद

शहीद का अपमान किया जा रहा है। प्रतिमा क्षतिग्रस्त होने के बाद ठीक करने के बजाय बोरा से ढ़क देना अपराध से कम नहीं है। सदियों से हमारे देश में सैनिकों के प्रति आदर और सम्मान का भाव है उसे रौंदने का काम किया जा रहा है। दो दिनों के भीतर यदि क्षतिग्रस्त प्रतिमा को दुरुस्त नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।

रमेश कुमार चीनी

उपाध्यक्ष , जिला कांग्रेस गुमला


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