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Home Quarantine Rules NEW: कोरोना+ हैं तो जान लें ये नियम, भूलकर भी न करें ये काम

Home Quarantine Guidelines NEW एडवाइजरी के अनुसार बिना लक्षण वाले कोरोना मरीज होम आइसाेलेशन में रहने के लिए स्वरक्षा डाट एनआइसी डॉट इन पोर्टल पर अनिवार्य रूप से निबंधन कराएं ताकि 104 हेल्पलाइन से उनके स्वास्थ्य कीजानकारी ली जा सके तथा चिकित्सकों द्वारा आवश्यक परामर्श दिया जा सके।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 09:46 PM (IST)Updated: Sat, 17 Apr 2021 09:35 AM (IST)
Home Quarantine Rules NEW: कोरोना+ हैं तो जान लें ये नियम, भूलकर भी न करें ये काम
Home Quarantine Guidelines NEW: होम आइसोलेशन में रहनेवाले कोरोना संक्रमितों के लिए संशोधित एडवाइजरी जारी की गई है।

रांची, राज्य ब्यूरो। Home Quarantine Guidelines NEW स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन में रहनेवाले कोरोना संक्रमितों के लिए संशोधित एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत 60 साल से अधिक उम्र के वैसे संक्रमित जो अन्य बीमारियों (डायबीटिज, ब्लड प्रेशर, हर्ट डिजीज आदि) से पहले से ग्रसित हैं, उन्हें चिकित्सकों द्वारा जांच के बाद ही उनके परामर्श पर होम आइसोलेशन में रहने की स्वीकृति दी जाएगी। वैसे सभी संक्रमित जिनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं होने पर भी एचआइवी, ऑर्गन ट्रांसप्लांट कैंसर से पहले से ग्रसित हैं, उन्हें होम आइसोलेशन रहने की मंजूरी नहीं दी जाएगी। होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों को समय पर चिकित्सीय परामर्श मिले और उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा सके, इसे ध्यान में रखते हुए संशोधित एडवाइजरी का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही संक्रमित मरीजों को एडवाइजरी की कॉपी उपलब्ध कराने को कहा गया है।

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इस एडवाइजरी के अनुसार, बिना लक्षण वाले मरीज होम आइसाेलेशन में रहने के लिए स्वरक्षा डाट एनआइसी डॉट इन पोर्टल पर अनिवार्य रूप से निबंधन कराएंगे ताकि 104 हेल्पलाइन से उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी ली जा सके तथा चिकित्सकों द्वारा आवश्यक परामर्श दिया जा सके। होम आइसोलेशन में रहने के लिए संक्रमित के पास अलग वेंटिलेटेड कमरा होना चाहिए। शौचालय भी अलग होना चाहिए। उसके लिए 24 घंटे एक केयर गिवर होगा जो संक्रमण से सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय भी करेगा।

होम आइसोलेशन में रहनेवाले लोगों के लिए डिजिटल थर्मामीटर, जरूरी दवा, ऑक्सीमीटर आदि होना चाहिए। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को चिकित्सकों से परामर्श के बाद दवा के लिए भी एडवाइजरी जारी की है। होम आइसोलेशन में रहते हुए कोई संक्रमित यदि क्वॉरेंटाइन गाइडलाइन का उल्लंघन करते पाया जाएगा तो उसके खिलाफ एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। यदि किसी घर में कोई संक्रमित होम आइसोलेशन में है तो उस परिवार का कोई भी सदस्य घर से बाहर नहीं निकलेगा। उन्हें तभी घर से बाहर निकलने की छूट होगी जब सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आ जाए।

ऑक्सीमीटर नहीं है तो करें ये उपाय

यदि होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों के पास ऑक्सीमीटर नहीं है तो अन्य उपायों से भी ऑक्सीजन सैचुरेशन माप सकता है। ऐसे किसी मरीज को छह मिनट वॉक करने या 30 सेकंड तक सांस रोकने के बाद सांस लेने में कोई परेशानी न हो तो ऑक्सीजन सैचुरेशन सामान्य समझना चाहिए।

कब अस्पताल में भर्ती होना जरूरी : एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि यदि संक्रमित मरीजों को निम्न में से कोई लक्षण होने पर अस्पताल में भर्ती होना चाहिए।

  • गंभीर खांसी हो।
  • सांस लेने में दिक्कत हो रही हो।
  • छाती में दर्द हो।
  • ब्लड प्रेशर बढ़ा हो।
  • ऑक्सीमीटर में ऑक्सीजन सैचुरेशन कम दिख रहा हो।
  • बार-बार दवा के बाद भी बुखार कम न रहा हो
  • त्वचा के रंग में बदलाव दिख रहा हो।

नगरीय प्रशासन निदेशालय में कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां

कोरोना महामारी की दूसरी लहर से राज्य में हाहाकार मचा हुआ है। सचिवालय समेत राज्य भर के सरकारी कार्यालयों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी की है और महज आधे क्षमता बल के साथ सरकारी कार्यालयों में काम करने का निर्णय भी लिया है लेकिन सरकार के की कुछ महकमें इन आदेशों की खुले आम धज्जियां उड़ा रहे हैं। नगर विकास विभाग का नगरीय प्रशासन निदेशालय इनमें से एक हैं, जिसने संक्रमण का दायरा फैलने के बावजूद साक्षात्कार की तिथि नहीं बदली। शुक्रवार को यहां सैकड़ों लोग अपना इंटरव्यू देने पहुंचे। सरकार की गाइडलाइन की धज्जियां भी उड़ीं।

साक्षात्कार के लिए बुलाया, पहुंचे सैकड़ों अभ्यर्थी

राज्य सरकार के तकरीबन सभी कार्यालयों में कोराेना का खौफ देखा जा रहा है। यही वजह है कि बढ़ते संक्रमण के कारण सचिवालय में रोस्टर लागू कर दिया गया है। भीड़भाड़ पैदा होने वाली गतिविधियों को बंद कर दिया गया है। नगर विकास विभाग के भी कई कर्मचारी और अधिकारी संक्रमित हो चुके हैं। स्मार्ट सिटी के सॉफ्टवेयर डिपार्टमेंट में छह कोरोना संक्रमित कर्मचारी मिले हैं। इसके बाद भी नगरीय प्रशासन निदेशालय में कोरोना की गाइडलाइन की अनदेखी की जा रही है। 16 अप्रैल को निदेशालय में इंटरव्यू के लिए अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया था। वर्तमान स्थिति को देखते हुए निदेशालय ने इंटरव्यू को स्थगित नहीं किया।

17 पदों के लिए हो रहे इंटरव्यू में शामिल होने के लिए सैकड़ों लोग निदेशालय पहुंचे। इनमें से कई लोग दूसरे राज्यों के भी हैं। निदेशालय परिसर में कोविड-19 का स्पष्ट उल्लंघन दिख रहा है। निदेशालय की इस लापरवाही से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। बावजूद इसके खबर लिखने तक शनिवार को 11 पदों के लिए लिए जाने वाले इंटरव्यू को स्थगित नहीं किया गया है। यहां यह भी बता दें कि निदेशालय की सहायक निदेशक के साथ ही एक एचआर कर्मी भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, ऊपरी भवन में स्मार्ट सिटी सॉफ्टवेयर में छह संक्रमित मिले।


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