Ramzan 2019: पवित्र रमजान माह में आज से रोजा, मस्जिदों में तरावीह शुरू
Ramadan 2019. रमजान उल मुबारक के चांद के साथ ही रमजान का महीना शुरू हो गया है। सोमवार शाम मतदान खत्म होने के बाद से ही मुबारकबाद देने का सिलसिला शुरू हो गया।
रांची, जागरण संवाददाता। Ramadan 2019 - रमजान उल मुबारक के चांद के साथ ही रमजान का महीना शुरू हो गया है। रमजान का पहला रोजा मंगलवार को रखा जाएगा। सोमवार शाम मतदान खत्म होने के बाद से ही रमजान का मुबारकबाद देने का सिलसिला शुरू हो गया था।
लोगों ने रोजे की तैयारी शुरू कर दी थी। मंगलवार से पूरे एक महीने तक लोग इबादत करेंगे। सोमवार को को एशा की नमाज के बाद मस्जिदों, खानकाहों, घरों और अन्य जगहों पर नमाजियों ने तरावीह (विशेष नमाज) पढ़ी। सोमवार की शाम से ही मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में चहल-पहल शुरू हो गई थी।
लोगों में उत्साह देखा जा रहा था। लोगों ने रात के समय सेहरी और इफ्तार के लिए खूब खरीदारी भी की। शहर की सभी मस्जिदों में साफ-सफाई कराई गई। घरों में भी महिलाओं ने साफ-सफाई की।
यहीं पढ़ी गई तरावीह
शहर के मस्जिदों, खानकाहों व अन्य जगहों पर मंगलवार को रात आठ बजे तरावीह की नमाज अदा की गई। एशा की नमाज के बाद शुरू हुई पहली तरावीह की नमाज सभी जगहों पर रात के करीब 11.30 बजे समाप्त हुई। अंजुमन प्लाजा, हिंदपीढ़ी, मिल्ली कम्युनिटी हॉल, डोरंडा युनूस चौक समेत कई स्थानों पर 10 व 12 दिनी तरावीह का आयोजन किया गया। इसमें शहर के बिजनेसमैन के अलावा कामकाजी लोग शामिल हुए हैं।
रमजान का बाजार सजा, लोग जुटे खरीदारी में
रमजान शुरू होते ही मेन रोड में बाजार सज गया है। सेहरी और इफ्तार के लिए उर्दू लाइब्रेरी, रतन टॉकिज, कर्बला चौक समेत अन्य जगहों पर खजूर, बाकरखानी आदि की दुकानें लगाई गईं हैं। बाजार में ईरान व सऊदी अरब के खजूर बिक रहे हैं। कई दुकानों में सेहरी के लिए स्पेशल बाकरखानी बनाई गई है।
सेवई व लच्छा की भी वैराइटी दुकान में रखे गए हैं। सेहरी और इफ्तार की खरीदारी के लिए लोग देर रात तक जुटे रहे। कुछ लोग पहला रोजा खोलने के लिए खजूर खरीदा। किसी ने सेहरी के लिए ब्रेड व बाकरखानी खरीदी।
रोजा रख ऐसे बिताएं दिन
- करीब ढाई बजे रात को सोकर उठें
- अगर वक्त हो तो विशेष नमाज अदा करें
- सुबह की अजान होने से पहले कुछ खाएं
- फिर फर्ज की नमाज अदा करें
- सुबह होने के बाद अपने काम में लग जाएं
- जोहर की नमाज अदा करें
- फिर कुरान-ए-पाक की तिलावत करें
- असर के बाद मगरिब की अजान होते ही रोजा खोलें
- इसके बाद मगरिब की नमाज अदा करें
- एशा की नमाज के बाद तरावीह पढ़ें
- सेहरी व इफ्तार की दुआ जरूर पढ़ें
ऐसे टूटता है रोजा
- जान-बूझकर खाने व पीने से
- रोजा रखकर नापाक रहने से
इनसे करें परहेज
- जुबान से अपशब्द (गाली-गलौज) नहीं निकालें
- किसी की शिकवा-शिकायत दूसरे से नहीं करें
- घूम-फिर कर समय नहीं बिताएं।
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