पे रिवीजन करने में एचईसी प्रबंधन ने जताई असमर्थता
रांची हेवी इंजीनियरिंग कारपोरेशन (एचईसी) में गुरुवार को भी उत्पादन पूरी तहत
जागरण संवाददाता, रांची : हेवी इंजीनियरिंग कारपोरेशन (एचईसी) में गुरुवार को भी उत्पादन पूरी तहत से ठप रहा। सुबह सात बजे से ही मजदूर प्लांट के बाहर जमा होने लगे। इसके बाद पूरे दिन प्रबंधन के खिलाफ केवल एक मांग पे रिवीजन के लिए नारेबाजी करते रहे। देर शाम प्रबंधन ने एचईसी के सभी मजदूर यूनियनों को बुलाकर बैठक की। बैठक में प्रबंधन के शीर्ष अधिकारियों ने पे रिवीजन करने पर असमर्थता जाहिर की। उन्होंने कहा कि वो दो महीने का वेतन दें सकते हैं। इसके साथ ही कुछ अन्य छोटी मदद कर सकते हैं। इस पर सभी मजदूर यूनियनों ने एकजुट होकर प्रबंधन से दो टूक में कहा कि जब तक पे रिवीजन नहीं किया जाएगा, तब तक तीनों प्लांट में काम शुरू नहीं होगा। प्लांट के बाहर मजदूर यूनियन सीटू के नेता राजेंद्र कुमार महतो ने कहा कि मजदूर कई महीने से प्रबंधन से वार्ता कर रहे थे। मगर प्रबंधन ने उनकी एक नहीं सुनी। कई वर्षो से पे रिवीजन ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ था। महंगाई चरम पर है ऐसे में इतने कम वेतन में काम कराना बंधुआ मजदूरी से कम नहीं है। मजदूरों की मागे जायज है, किसी भी सूरत में मजदूर अत्याचार नहीं बर्दाश्त करेंगे। हमारे बच्चे भूखे रहे तो काम करके क्या फायदा होगा। काम बंद करना हमारी भी मजबूरी है। हालांकि प्रबंधन ने गुरुवार को कोई टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया।
वहीं भारतीय मजदूर संघ के जीतू लोहरा ने कहा कि अगर प्रबंधन पूर्ण पे रिवीजन नहीं कर सकती है तो ठेका मजदूरों के लिए कम से कम बैंक पेमेंट शुरू करा दे। इससे मजदूरों को थोड़ी राहत मिलेगी।
इस बैठक में एचईसी से मान्यता प्राप्त यूनियन इंटक ने कहा कि प्रबंधन के साथ हुई बैठक में उनकी तरफ से दो लोग शामिल थे। वो हर बैठक में मजदूरों की हित की बात करने में शामिल थे।