Cyclone Yaas ALERT! कल सुबह झारखंड पहुंचेगा यास, राज्य में लगातार हो रही बारिश
Cyclone Yaas Impact on Jharkhand Weather यास चक्रवात ओडिशा बॉर्डर को पार कर रहा है और कल यानि गुरुवार सुबह को यह झारखंड पहुंचेगा। इससे पहले राज्य में बुधवार की सुबह से ही भीषण चक्रवात यास का असर दिखने लगा।
रांची, जागरण टीम। मौसम विभाग ने कहा है कि यास झारखंड आने से पहले ही धीमा हुआ है। झारखंड पहुंचते ही इसकी गति और धीमी होगी। कोल्हान प्रमंडल यानी राज्य के दक्षिण-पूर्वी जिले के पूर्वी सिंंहभूम, सरायकेला खरसावां, पश्चिमी सिंंहभूम के ट्राई जंक्शन (तीनों जिलों की सीमा) के ऊपर में एक डीप डिप्रेशन का रूप लेगा। इस दौरान हवा की रफ्तार 50 से 60 किमी प्रति घंटे होगी। इन जिलों में भारी बारिश के साथ 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। यह चक्रवात गुरुवार सुबह 5.30 बजे खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम की सीमा पर दस्तक देगा। इस वक्त इसकी गति 40-50 किमी प्रति घंटा हो सकती है।
ओडिशा में लैंडफाल के बाद झारखंड में चक्रवात यास का असर बुधवार को रांची सहित विभिन्न जिलों में देखा गया। सुबह से झमाझम बारिश हो रही है। कई जगह पेड़ गिर गए हैं। सरायकेला-खरसावां जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा है कि बुधवार रात 12 बजे के बाद यह सबसे पहले राजनगर, इसके बाद सरायकेला, खरसावां व चांडिल क्षेत्र को हिट करेगा। चूंकि राजनगर प्रखंड ओडिशा की सीमा से सटा हुआ है। डीसी ने एनडीआरएफ की दो टीमों के साथ राजनगर क्षेत्र का दौरा कर राहत व बचाव संबंधित तैयारियों का जायजा लिया। सरायकेला में नदियां उफान पर हैं। राजनगर प्रखंड में 250 लोग शेल्टर होम में पहुंचा दिए गए हैं। खरसावां में तेज हवा के कारण वर्षों पुराना पीपल का पेड़ गिर गया है। बिजली के तार टूट गए हैं। दो खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। खरसावां-सीनी मार्ग जाम हो गया है।
मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि बुधवार को दिन में झारखंड में चक्रवात का असर दिखा। पूर्वी सिंंहभूम, पश्चिमी सिंंहभूम, सरायकेला-खरसावां व सिमडेगा में सुबह से भारी बारिश होती रही। रांची समेत मध्य व उत्तरी भाग में भी चक्रवात का असर दिख रहा था। पिछले 24 घंटों में सभी जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश हुई है। सबसे ज्यादा जमशेदपुर में 56 एमएम बारिश हुई है। रांची के मांडर में भी 45.6 मिमी रिकार्ड की गई।
उधर, गढ़वा जिले में सुबह से बारिश हो रही है। यहां कोई खास असर नहीं दिखा। लेकिन अलर्ट जारी होने के कारण प्रशासन व लोग दोनों सतर्क दिखे। इसी तरह गुमला जिले में लगातार बारिश होने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हुसैन नगर में पेड़ की डाली टूटने से बिजली आपूर्ति थोड़ी देर के लिए बाधित रही। दोपहर बाद उपायुक्त के गोपनीय कार्यालय के मुख्य द्वार के ठीक सामने एक पेड़ उखड़कर गिरने से बिजली का तार टूट गया। यहां भी प्रशासन अलर्ट मोड में है। उधर, लातेहार और लोहरदगा जिले में भी दिनभर बारिश की सूचना है। लोहरदगा के उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने चक्रवात के मद्देनजर बुधवार से जिले के सेन्हा प्रखंड में शुरू होने वाले कोविड चेन ब्रेक अभियान स्थगित कर दिया है।
उधर, कोडरमा जिले में भी सबकुछ अलर्ट मोड में दिखा। यहां सुबह से ही बारिश हो रही है। वहीं, हजारीबाग जिले में सुबह से हो रही बारिश के बीच दारू प्रखंड के हुटपा में एनएच किनारे पेड़ गिरने से आवागमन बाधित रहा। कटकमसाडी में बारिश के कारण अनियंत्रित होकर सीमेंट लदा एक ट्रक पलट गया। चालक व खलासी बच गए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग की सलाह पर लोग घरों में दुबके रहे। उधर, पलामू जिले में चक्रवात का आंशिक असर रहा। लेकिन दिनभर रिमझिम बारिश होती रही।
उधर, रामगढ़ जिला भी पूरी तरह अलर्ट मोड में रहा। नदियों में मछुआरे नहीं गए। पतरातू डैम में नावें नहीं चलीं। यहां बारिश लगातार जारी रही। हवा भी अन्य दिनों की अपेक्षा तेज गति से चलती रही। कहा गया है कि आगामी 29 मई तक बारिश होगी। वहीं, चतरा जिले में झमाझम बारिश जारी है। यह जिला रेड जोन में है। कहा गया है कि गुरुवार को इसका ज्यादा असर जिले में देखने को मिल सकता है। उधर, खूंटी जिले में चक्रवात के कारण झमाझम बारिश जारी है। यहां दो दिनों से सूरज नहीं निकल पाया है। मंगलवार की रात से बिजली गुल होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। सभी प्रकार की दुकानें पूरी तरह बंद रहीं। लोग अपने घरों में दुबके रहे। शहर से लेकर गांव तक सड़कों पर सन्नाटा रहा। उधर, सिमडेगा में भी चक्रवात के कारण दिन भर बारिश होने से लोग परेशान दिखे। अपने घरों में दुबके रहे।
पलामू और गढ़वा के लिए गुरुवार को भी रेड अलर्ट
गुरुवार को भी राज्य के लगभग सभी हिस्सों में मध्यम दर्जे की बारिश देखने को मिलेगी। वहीं, पलामू और गढ़वा में अति भारी बारिश के साथ तेज हवा व वज्रपात की संभावना है। दोनों जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य के दस जिलों के लिए गुरुवार को आरेंज अलर्ट
पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, गुमला, लोहरदगा, लातेहार, रांची, चतरा, रामगढ़, रांची और खूंटी में बहुत भारी बारिश की संभावना है। 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और वज्रपात की आशंका है। इन जिलों के गुरुवार को आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
राजधानी रांची में भी कई जगह गिरे पेड़, हो रही बारिश
उधर, रांची में सुबह से ही झमाझम बारिश हो रही है। आलम यह है कि अरगोड़ा चौक से भाजपा कार्यालय जाने वाले रास्ते में बारिश का पानी जमा हो गया है। इसके बाद निगम की टीम जेसीबी से नाली साफ करने का प्रयास करती दिखी। इधर, तेज हवा के कारण धुर्वा होमगार्ड ट्रेनिंग सेंटर के गेट पर पेड़ गिर गया। इसे एनडीआरएफ की टीम ने हटाया।
यास चक्रवात के कारण दक्षिणी जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और सिमडेगा में कहीं-कहीं तेज बारिश हो रही है। साथ ही 40-50 किमी प्रतिघंटा के रफ्तार से हवा चल रही है। रांची में मंगलवार से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। राज्य के शेष इलाकों में सामान्य रूप से बादल छाए हुए हैं। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि बुधवार को यास चक्रवात उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के पास तट से टकराएगा। रांची सहित हजारीबाग, रामगढ़, सिमडेगा, खूंटी जिले में लगातार बारिश हो रही है। रह-रहकर तेज हवा भी चल रही है। रांची सहित कई इलाकों में लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। झारखंड पुलिस ने भी राज्य के सभी पुलिस स्टेशनों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा है। किसी भी आपात स्थिति में तैयार रहने के लिए कहा है।
इस वक्त 180 किमी की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है। चक्रवात के बुधवार शाम से रात तक झारखंड के दक्षिणी जिले पूर्वी सिंहभूम से राज्य में प्रवेश करेगा। इस दौरान दक्षिणी जिलों में अति भारी बारिश के साथ 80-120 किमी की रफ्तार से तेज हवा चलने की आशंका है। राज्य में चक्रवात का केंद्र सरायकेला-खरसावां जिले में रहने की संभावना है। इससे पहले समझा जा रहा था कि राज्य में चक्रवात का केंद्र जमशेदपुर में होगा।
राज्य के अन्य जिलों पर भी दिखेगा असर
इसके साथ ही, बुधवार को चक्रवात का व्यापक असर राजधानी रांची, खूंटी, गुमला, धनबाद, बोकारो, रामगढ़ और लोहरदगा में भी देखने को मिलेगा। इन जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान 50-70 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान के आधार पर दक्षिणी जिलों के लिए रेड अलर्ट, गुमला, खूंटी और रांची के लिए यलो अलर्ट और बोकारो, लोहरदगा, और रामगढ़ के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
28 मई तक चक्रवात का दिखेगा असर
मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि गुरूवार को राज्य में दक्षिणी जिलों में सुबह से शाम तक कई स्थानों पर अति भारी बारिश तो कुछ स्थान पर भारी बारिश देखने को मिलेगा। वहीं राज्य के मध्य जिले रांची, हजारीबाग, बोकारो, गुमला, रामगढ़ और खुटी के साथ उत्तर पश्चिम जिले पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा के कुछ स्थान पर भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा शेष जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है। गुरुवार के लिए भी मौसम विभाग ने दक्षिणी भाग के लिए रेड अलर्ट और शेष राज्य के लिए आरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। इस दौरान 50-70 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। उन्होंने बताया कि राज्य में चक्रवात का प्रभाव 28 मई तक देखने के लिए इसके बाद असर धीरे-धीरे कम हो जाएगा।
झारखंड को हीट करने वाला सबसे तेज चक्रवात होगा यास
झारखंड में अब तक इससे ज्यादा भीषण चक्रवात नहीं आया है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद बताते हैं कि अब बंगाल की खाड़ी में बनने वाला कोई चक्रवात इस रूट से देश में दाखिल नहीं हुआ है। यास सबसे असाधारण और अपूर्व मार्ग से झारखंड में प्रवेश कर रहा है। ये रूट बंगाल की खाड़ी से झारखंड तक पहुंचने का सबसे छोटा रूट है। ऐसे में समुद्र से दूरी कम होने के कारण चक्रवात की तीव्रता सबसे ज्यादा रहेगी। इससे पहले समुद्र से दूरी ज्यादा होने के कारण झारखंड में पहुंचते-पहुंचते चक्रवात की गति कम हो जाती थी।