Jharkhand: कुत्ते को लगी चोट, तो मालकिन ने मासूम बच्चियों को ब्लेड से काटा...
Jharkhand News Jharkhand Samachar झारखंड के हजारीबाग से बड़ी खबर है। यहां एक मालकिन ने अपने पालतू कुत्ते को चोट लगने पर घर में काम करने वाली दो सगी बहनों को ब्लेड से काटकर छलनी कर दिया। घर में काम करने वाली दोनों मासूम बच्चियां नाबालिग हैं।
रांची, [मनोज सिंह]। Jharkhand News, Jharkhand Samachar झारखंड के हजारीबाग से बड़ी खबर है। यहां एक मालकिन ने अपने पालतू कुत्ते को चोट लगने पर घर में काम करने वाली दो सगी बहनों को ब्लेड से काटकर छलनी कर दिया। घर में काम करने वाली दोनों मासूम बच्चियां नाबालिग हैं। उसके पिता ने कहा कि कहकर तो ले गए थे पढ़ाने के लिए। लेकिन मुझे क्या पता कि मेरी बेटी के साथ इतनी क्रूरता होगी। ले जाने वाले ने भी नहीं बताया कि ऐसी घटना हुई है। हमें तो तब पता चला जब मेरे बेटे से पड़ोसियों ने कहा कि तुम्हारी बहन की फोटो अखबार में छपी है। फिर हम अखबार मंगाए और फोटो देखकर अपनी बेटियों को पहचाना।
आंखों से निकलते आंसू पोछते हुए इन मासूम बच्चियों की मां पुष्पा देवी ने कहा कि हमने कभी भी अपनी बेटी को काम के लिए नहीं भेजा था। अमित नाम के एक व्यक्ति ने मेरे पति बीरेंद्र यादव से कहा कि हजारीबाग में मेरी मां अकेले रहती है और अपनी बेटियों को उनके साथ रहने को भेज दो, वहां उनकी अच्छी पढ़ाई भी हो जाएगी। गोंद में छोटी बच्ची को संभालते हुए पुष्पा देवी ने कहा कि इसके लिए पहले हम राजी नहीं थे।
इस दौरान अमित उनके घर आने लगा और बच्चों को टॉफी व अन्य चीजें लाकर देता था। पति ने मुझे समझाते हुए कहा कि गरीबी में पलने से अच्छा है कि हजारीबाग में रहकर बच्चियां पढ़ाई कर लें। हम मान गए और पांच महीने पहले अमित उनको लेकर हजारीबाग चला गया। पुष्पा देवी ने कहा कि बच्चों के पालन पोषण के लिए हाल ही उसने भी बोतल फैक्ट्री में काम करना शुरू किया है।
पैसे नहीं होने से नहीं जा पाए हजारीबाग
खेलगांव थाने क्षेत्र के लालगंज महुवा टोली में एस्बेस्ट्स के घर में सात बच्चों के साथ रहने वाली पुष्पा देवी ने कहा कि उनके पति बीरेंद्र यादव कुट्टी की दुकान पर मजदूरी करते हैं। उन्हें रोजाना 250 रुपये रोज मेहनताना मिलता है। इसी में पूरे परिवार का गुजारा होता है। बीरेंद्र यादव ने कहा कि दुकान मालिक को घटना की जानकारी देते हुए पैसे मांगे हैं, ताकि हजारीबाग जाकर अपनी बेटियों से मिल पाएं।
जमीन विवाद में मिला था अमित
बीरेंद्र यादव ने बताया कि जहां पर अभी उनका घर है। उक्त जमीन को लेकर विवाद हो गया था। इस सिलसिले में वह एक अधिवक्ता से मिला था। इसी दौरान वहां पर काम करने वाले अमित से मुलाकात हुई। उनके मेरे परिवार बारे में पूछा। उसने मेरी एक बच्ची को अपने मां के साथ रखने का आग्रह किया। कहा कि वहां पर अकेली मां को सहारा मिल जाएगा और तुम्हारी बेटी की अच्छी पढ़ाई भी हो जाएगी। यमुना को जब हजारीबाग जाने की बात कही, तो सरस्वती ने कहा कि वह भी अपनी बहन से साथ ही रहेगी। फिर दोनों को अमित अपने साथ लेकर चला गया। बता दें कि हजारीबाग में एक क्रूर मालकिन ने कुत्ते को चोट लगने पर दो बच्चियों का हाथ ब्लेड से छिल दिया है।