सुदूर क्षेत्रों में मरीजों को देखने और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद नहीं भूलते डा. प्रकाश
रिम्स कार्डियोलॉजिस्ट डा. प्रकाश कुमार को आज किसी पहचान की जरूरत नहीं है।
जागरण संवाददाता रांची : रिम्स कार्डियोलॉजिस्ट डा. प्रकाश कुमार को आज किसी पहचान की जरूरत नहीं। अपने कार्य और सेवा भाव से लोगों के बीच लोकप्रिय बने हुए हैं। डा. प्रकाश बेहतर चिकित्सक के साथ-साथ एक बेहतर इंसान भी हैं। गरीब मरीजों की सेवा का भाव उन्हें राज्य के विभिन्न जिलों में ले जाता है। चिकित्सा शिविर लगा कर हजारों मरीज के स्वास्थ्य का परीक्षण करते हैं। बीते 5 सालों में डाक्टर प्रकाश कुमार ने ऐसे ही शिविर लगाकर डाल्टनगंज, सिमडेगा और खूंटी जिले में करीब 6000 मरीजों का इलाज कर चुके हैं। अपनी ड्यूटी के साथ-साथ सामाजिक सरोकार के प्रति अपना फर्ज भी निभा रहे हैं।
डाक्टर प्रकाश कुमार आर्थिक रुप से कमजोर छात्रों की मदद भी करते हैं। प्रकाश अपनी तनख्वाह में से एक निश्चित राशि ऐसे ही बच्चों के लिए खर्च करते हैं जो पैसे की तंगी के कारण अपने सपनों को पूरा करने से वंचित रह जाते हैं। नर्सिंग कालेज, मेडिकल कालेज और स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की पुस्तकें और अन्य तरीके से मदद करना नहीं भूलते। वे 25 से अधिक ऐसे बच्चों की मदद कर रहे हैं जो अपने लक्ष्य की और धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। डाक्टर प्रकाश का मानना है कि कई लोग चिकित्सा क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं लेकिन पैसे की बाधा उन्हें उनके सपनों को पूरा नहीं करने देता है। इसलिए वह शुरू से ही इस दिशा में मदद करते हैं। यहां तक कि उन्होंने कुछ पेरीफेरल क्षेत्रों में ईसीजी की सुविधा उपलब्ध करा रखी है जहां मरीज अपनी जांच करा सकते हैं। सुदूर क्षेत्र में कई मरीज अपनी जांच नहीं करा पाते हैं। इसलिए कुछ मेडिसिन सेंटर पर ईसीजी और बीपी मशीन उपलब्ध करा रखी है।
डाक्टर प्रकाश कुमार की प्रारंभिक शिक्षा रांची में हुई। संत जॉन्स स्कूल रांची के मैट्रिक व संत जेवियर स्कूल से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की। पटना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस एवं एमडी की पढ़ाई की। इसके बाद किग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में डीएम कार्डियोलॉजी की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने कानपुर में सेवा दी। फिर रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में योगदान दिया। पिछले पांच वर्षों से रिम्स में ही मरीजों का इलाज कर रहे हैं।